ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने मुसलमानों को पूर्वजों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही थे लेकिन हिंदुओं के एक समूह के अत्याचारों के कारण हमारे पूर्वजों ने इस्लाम कुबूल किया था. अजमल ने आगे कहा कि हालांकि हमारे पूर्वजों को इस्लाम कुबूल करने के लिए किसी ने जबरदस्ती नहीं की, उन्होंने अपनी मर्ज़ी से यह कदम उठाया था.
AIUDF चीफ असम में मुसलमानों से बकरीद को लेकर बातें कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने संघ और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा हिंदू राष्ट्र का एजेंडा एक राजनीतिक नौटंकी है जिसे ये 5 प्रतिशत हिंदू वोट हासिल करने के लिए एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यह हमेशा के लिए एक सपना रहेगा।
ईद पर ना दे गायों की कुर्बानी
ईद उल अज़हा को लेकर बदरुद्दीन ने लोगों से अपील की कि वो किसी भी ऐसे जानवर की कुर्बानी ना करें जिस पर पाबंदी लगी हुई है. उन्होंने लोगों से ईद के मौके पर गायों की कुर्बानी ना देने की अपील की है.
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अपने हिंदू भाइयों के जज्बात की इज्ज़त करने की अपील की है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कई इस्लामी संस्थान भी गाय की कुर्बानी की हिमायत नहीं करते. उन्होंने कहा कि साल 2008 में दारुल उलूम देवबंद ने भी इस संबंध में अपील की थी कि बकरीद पर गाय की कुर्बानी ना दी जाए. उनका कहना है कि हमारे हिंदू भाई गाय को मां की तरह मानते हैं और पूजा भी करते हैं, इसलिए हमें उनकी भावनाओं का सम्मान करना है.
नूपुर शर्मा जैसे लोगों को भगवान दिमाग दे
पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी और जवाब में भीषण हत्याओं के विवाद पर भी उन्होंने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को कोई जवाब नहीं देना चाहिए. बल्कि हमें दुआ करनी चाहिए के नूपुर शर्मा जैसे लोगों को भगवान दिमाग दे. जो लाग सिर काटने वाली बातों पर अमल कर रहे हैं वो बेवकूफ हैं.