असम में मूसलाधार बारिश और बाढ़ (Assam flood) ने कहर बरपा रखा है। असम से 20 जिलों में करीब दो लाख लोग मूसलाधार बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं करीब 222 से ज्यादा गांव बाढ़ में घिर गए हैं। साथ ही काफी मात्रा में गांवों में लैंडस्लाइड भी हुआ हैं। अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। कछार जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। 33 हजार लागों को सुरक्षित कैंप में पहुंचाया गया है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में ही 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ से 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हैं। बाढ़ के पानी में 16,645.61 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न है।
8 लोगों की मौत
असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि कछार, चराईदेव, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़ और दीमा-हसाओ सहित 24 जिलों में अब तक 2,02,385 लोग प्रभावित हैं। बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई लोग लापता भी हैं। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है। कछार में जिला प्रशासन की तरफ से 55 राहत शिविर और 12 वितरण केंद्र बनाए गए हैं। लगभग 33 हजार बाढ़ प्रभावित लोगों ने यहां शरण ली है।
सड़क पुल और नहरों को भारी नुकसान, कई ट्रेनें रद्द
असम के होजाई, लखीमपुर और नौगांव जिले में सड़कों, पुलों और नहरों को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ की वजह से हजारों जानवर भी प्रभावित हुए हैं। 200 से ज्यादा घरों को अब तक नुकसान होने की खबरें हैं। बराक वैली से रेल और रोड संपर्क को भारी नुकसान पहुंचा है। 76 किलोमीटर के स्ट्रेच में 26 जगहों पर पटरियां और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारी बारिश के चलते जहां 17 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है तो वहीं दो ट्रेनें सस्पेंड भी की गई हैं। आलम यह है कि भारी बारिश और तूफान के चलते हजारों यात्री जहां-तहां फंसे हुए हैं, जिन्हें बसों और वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की मदद से निकाला जा रहा है।
बीच रास्ते में अटकी सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस
कछार इलाके में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस बीच रास्ते में ही अटक गई थी। इसकी वजह से सैंकड़ो यात्री घंटों तक फंसे रहे। दितोकचेरा रेलवे स्टेशन पर भी भूस्खलन और बाढ़ में बहुत से यात्री घिर गए। सिलचर में जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना की मदद लेकर 119 रेल यात्रियों को बचाया। रेलवे के जारी बयान के मुताबिक दितोकचेरा स्टेशन पर फंसे करीब 1200 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकालकर बदरपुर और सिलचर लाया गया।
राहत-बचाव का कार्य जारी
बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद के लिए सरकार ने भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को लोगों के रेस्क्यू के लिए तैनात किया है. लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाल कर राहत कैंप में ले जाया जा रहा है.