उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
यूपी के एडीजी कानून व व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि कल जो घटना हुई उसमें कुछ जनपदों में कुछ व्यक्तियों ने शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की, जिनकी पहचान की जा चुकी है. उनकी गिरफ्तारी बहुत तेजी से की जा रही है. अब तक 230 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इसमें प्रयागराज में 68, हाथरस में 50, सहारनपुर में 48, अंबेडकरनगर में 28, मुरादाबाद में 25 और फिरोजाबाद में आठ लोग शामिल हैं.
इसके साथ प्रशांत कुमार ने कहा कि स्थिति अभी नियंत्रण में है. दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी. इसके अलावा उनकी संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई होगी.सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो क्षति हुई है उसकी वसूली भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जाएगी.
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश के विभिन्न शहरों का माहौल बिगाड़ने वाले समाजविरोधी तत्त्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा सभ्य समाज मे ऐसे असामाजिक लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी निर्दोष का उत्पीड़न न हो और एक भी दोषी न बचने पाए।
यूपी के कई जिलों में मचा था बवाल
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और सहारनपुर समेत कई जिलों में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शुक्रवार (10 जून) को जुमे की नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी और पथराव किया था. लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर और लखनऊ जिलों से नमाज के बाद नारेबाजी की सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि सहारनपुर, मुरादाबाद और रामपुर में जुमे की नमाज के बाद लोगों ने सड़कों पर नारेबाजी की थी. पुलिस के मुताबिक, लखनऊ के चौक इलाके में स्थित टीले वाली मस्जिद के अंदर भी कुछ देर के लिए नारेबाजी हुई थी.