अग्निपथ योजना को लेकर पिछले 4 दिनों से देश हिंसा की आग में झुलस रहा है. जगह जगह सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इस बीच सेना भर्ती के लिए लागू की गई अग्निपथ योजना, जिसने केंद्र सरकार को मझधार में फंसा दिया है, अब उसे मुसीबत से बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) एक बार फिर से संकटमोचक बनकर सामने आए हैं.
उन्होंने मंगलवार को अग्निपथ स्कीम को लेकर मोदी सरकार का बचाव किया है. देश की सुरक्षा और युवाओं के लिए, सेना भर्ती की इस स्कीम को बेहद कारगर बताया है. इससे पहले चीन के साथ विवाद, साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद पैदा हुई स्थिति और दिल्ली दंगे, इन सभी घटनाओं में अजीत डोभाल, केंद्र सरकार के संकटमोचक बन कर सामने आए थे.
सेना में भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि यह बहुत जरूरी था. रक्षा से जुड़े क्षेत्र में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है। बदलती चुनौतियों के लिए खुद को तैयार रखने के लिए यह फैसला लेना जरूरी था.
अजीत डोभाल ने कहा कि आज पूरी दुनिया बदल रही है. युद्ध के तरीके बदल रहे है. अब बिना संपर्क वाली जंग हो रही है. हम ऐसे दुश्मन के खिलाफ लड़ रहे हैं जो दिखता नहीं है. तकनीक बहुत तेजी से बदल रही है. कल जो अच्छा था वह आज भी हमारे लिए अच्छा हो यह जरूरी नहीं है. जो हम कल कर रहे थे वही आज भी करते रहें तो भविष्य में सुरक्षित रहेंगे यह संभव नहीं है. अगर हमें आने वाले कल की तैयारी करनी है तो हमें बदलना होगा.
देश की सुरक्षा सर्वोपरि है
डोभाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं उन्होंने देश की सुरक्षा को सर्वोपरि माना है. सीडीएस की बात ही करें, तो इसकी डिमांड काफी समय से हो रही थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में यह संभव नहीं हो पा रहा था. लेकिन मोदी जी ने इसे किया.
मोदी सरकार में नये तरीके के हथियार खरीदे गए हैं. जिस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी वैसे हथियार खरीदे गए हैं. पनडुब्बी के क्षेत्र में भी काफी बदलाव हुआ है. सरकार लगातार देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और इसी क्रम में अग्निपथ स्कीम को लॉन्च किया गया है.
अग्निवीरों का सम्मान कम नहीं होगा
अजित डोभाल ने कहा कि अग्निवीरों के सम्मान में कोई कमी नहीं होगी. जब ये चार साल के बाद रिटायर होकर आएगे, तो वे युवा होंगे और उनके पास नौकरी के दूसरे अवसर होंगे. आजकल लोग सेटेल होने में 25-26 साल लग ही जाते हैं, तो अग्निवीरों के पास पूरा मौका होगा. वे एक जीवन में दो-तीन नौकरी कर पाएगे.
जारी रहेगा रेजिमेंट सिस्टम
अजीत डोभाल ने कहा कि अग्निपथ से कभी भी पूरी सेना का गठन नहीं होगा. जो अग्निवीर नियमित हो जाते हैं वे अंततः गहन प्रशिक्षण से गुजरेंगे और समय के साथ अनुभव प्राप्त करेंगे. जहां तक रेजिमेंट का सवाल है, तो चीजों को समझने की जरूरत है।.कोई भी रेजिमेंट की अवधारणा के साथ छेड़छाड़ नहीं कर रहा है. वे (रेजिमेंट) जारी रहेंगे. रेजिमेंट सिस्टम समाप्त नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि भारत सबसे ज्यादा युवा आबादी है। यह दुनिया में सबसे अधिक है. सेना में 25 प्रतिशत युवाओं को एक अलग स्तर का प्रशिक्षण दिया जाएगा. भारतीय सेना की औसत उम्र सबसे ज्यादा है। देश में अब तक 2 से 3 तीन ही जाति आधारित रेजिमेंट हैं. अग्निवीरों को नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा. दुनिया के सबसे अच्छे असाल्ट राइफल भारतीय सेना के पास हैं.
हिंसा करने वालों को नहीं मिलेगा सेना में भर्ती होने का मौका
अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर अजीत डोभाल ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध की इजाजत है, लेकिन हिंसा और उपद्रव की नहीं. जो युवा ‘अग्निवीर’ बनना चाहते हैं, उनके लिए मेरा संदेश है कि सकारात्मक रहें. राष्ट्र में विश्वास रखें, नेतृत्व पर और खुद पर भी विश्वास रखें.
उन्होंने कहा कि उपद्रव कर रहे युवकों की तस्वीरें कैमरे में कैद हो रहीं हैं. भर्ती के समय उनसे यह शपथ पत्र लिया जाएगा कि वे किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए हैं. जो लोग विरोध के नाम पर उपद्रव कर रहे हैं. उनके खिलाफ एफआईआर हो रहे हैं. ऐसे युवकों को सेना में भर्ती होने का मौका नहीं मिलेगा. बर्बरता और हिंसा की अनुमति नहीं है. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित है. उन्हें इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.
नई चीज को लेकर शंकाएं होती हैं
जब कोई नई चीज होती है, तो उसे लेकर शंकाएं उपजती हैं. विरोध करने वालों के मन में इसी तरह की शंकाएं हैं. कुछ सही होती हैं तो भ्रम पैदा करने वाली होती हैं. लेकिन जब उन्हें सच्चाई का पता चलता है तो वे बातों को समझ जाते हैं. जिन्हें सेना में जाना है, वे तैयारी करने में जुटे हैं. जो लोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं वे सेना में जाने वाले लोग नहीं हैं. सुरक्षा के लिए अग्निवीर जरूरी हैं और इन्हें लेकर शंकाएं बेमानी हैं.