मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने अपने अधिकारी सचिन वाझे को सस्पेंड कर दिया है। एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस के आदेश से सचिन वाजे (Sachin Vaze) का निलंबन हुआ है. अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक कार प्रकरण मामले में 25 मार्च तक NIA की कस्टडी में हैं. इसलिए निलंबन तो नियमों के तहत होना ही था, बस घोषणा की औपचारिकता पूरी कर दी गई है.
शनिवार देर रात सचिन वाझे को एनआईए ने अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद से ही उन्हें निलंबित किए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। सचिन वाजे अपने पुलिस विभाग के कार्यकाल में दूसरी बार निलंबित हुए हैं. 2006 में निलंबित हो चुके सचिन वाझे की 2020 में वापसी हुई थी, लेकिन एक साल से भी कम वक्त में उन्हें दोबारा निलंबन झेलना पड़ा है।
अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो पाई गई थी. उसके साथ एक इनोवा गाड़ी भी आई थी. अपनी जांच में NIA ने इन दोनों गाड़ियों के चालकों का पता लगा लिया है. सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि आरोपी पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने हीं इस बारे में NIA को बताया है.
बताया जा रहा है कि सचिन वाजे ने पुलिस विभाग के एक बेहद बड़े अधिकारी का नाम लिया है. इस बड़े अधिकारी से भी NIA विस्तार से पूछताछ करेगी. बताया जा रहा है कि कुछ कानूनी कार्रवाइयों को निपटाने के बाद NIA संबंधित पुलिस अधिकारी और दोनों गाड़ियों के चालक को गिरफ्तार करेगी.
एनआईए सूत्रों का कहना है कि एंटीलिया के बाहर सीसीटीवी फुटेज में पीपीई किट पहने नजर आया शख्स कोई नहीं बल्कि सचिन वाझे ही हो सकते हैं। एनआईए (NIA) के सूत्रों के मुताबिक एजेंसी इस एंगल से भी पूरे मामले की जांच कर रही है। एक सीसीटीवी फुटेज में एंटीलिया के पास पीपीई किट पहने एक शख्स दिख रहा है। यह उसी दिन का फुटेज है, जिस दिन संदिग्ध स्कॉर्पियो मिली थी।
एजेंसी फिलहाल इस बात की जांच करने में जुटी है कि पीपीई किट पहने हुए जो शख्स दिख रहा है, वह सचिन वाझे ही हैं या कोई और है।इसके अलावा एनआईए यह जांच कर रही है कि आखिर 25 फरवरी की शाम को सचिन वाझे की लोकेशन क्या थी। यदि वह एंटीलिया के पास नहीं थे तो फिर कहां थे। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच भी एनआईए की ओर से की जा रही है।
इस मुद्दे को लेकर अचनाक शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackarey) से वर्षा बंगले में भेंट की है. यह मुलाकात करीब आधा घंटे से 45 मिनट तक चली. सूत्रों से जो खबर मिल रही है उसके अनुसार मुंबई पुलिस आयुक्त के कार्यव्यवहार पर चर्चा हुई है. सचिन वाजे प्रकरण पर बात हुई है. परमबीर सिंह मुंबई पुलिस विभाग के प्रमुख हैं. इसलिए मुंबई पुलिस की साख में जो आंच आई है उसकी जिम्मेदारी से वो बच नहीं सकते.