एंटीलिया केस (Antilia Case) और मनसुख हिरेन हत्या मामले में पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) के घर NIA ने छापेमारी की है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गरुवार की सुबह 6 बजे उनके घर पर रेड मारी गई है. छापेमारी के बाद प्रदीप शर्मा को हिरासत में ले लिया गया। उन्हें पूछताछ के लिए एनआईए दफ्तर ले जाया गया है. एनआईए के साथ सीआरपीएफ की टीम भी मौजूद है। इसमें कुछ महिला अधिकारी भी शामिल हैं।
एनआईए (National Investigation Agency) को शक है कि प्रदीप शर्मा मुकेश अंबानी के घर के पास पाए गए विस्फोटक और मनसुख हिरेन हत्या मामले में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि प्रदीप शर्मा एनआईए के रडार पर काफी समय से चल रहे थे, लेकिन जांच एजेंसी के पास प्रदीप शर्मा के खिलाफ पूख्ता सबूत नहीं थे। अब एनआईए को ठोस सबूत मिले हैं ।
इससे पहले एनआईए संतोष शेलार (Santosh Shelar) और आनंद जाधव को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में अब तक चार पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। इनमें सचिन वझे, सुनील माने, रियाज़ क़ाज़ी और कांस्टेबल विनायक शिंदे शामिल है।
एनआईए ने 4 दिन पहले संतोष शेलार (Santosh Shelar) नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. उसका संबंध भी प्रदीप शर्मा से बताया जा रहा है. NIA इसी मामले में प्रदीप शर्मा से पूछताछ कर रही है. संतोष शेलार ने मनसुख हिरेन हत्या मामले (Mansukh Hiren Murder Case) में अपने इंवॉल्वमेंट की बात कबूल कर ली है.संतोष शेलार 21 जून तक NIA की कस्टडी में है.
बता दें कि प्रदीप शर्मा को सचिन वाजे का करीबी माना जाता है. सचिन वाजे की एंटीलिया केस में मुख्य आरोपी है और फिलहाल जेल में बंद है. एंटीलिया केस में प्रदीप शर्मा पर सचिन वाजे की मदद करने का आरोप भी है. एंटीलिया मामले में प्रदीप शर्मा के खिलाफ NIA को कई सबूत मिले थे. संतोष शेलार और प्रदीप शर्मा की दोस्ती की बात भी सामने आ रही है. इस केस में कई कड़ियां आपस में जुड़ रही हैं, इसी को लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है.
प्रदीप के नाम 100 से ज्यादा एनकाउंटर
प्रदीप शर्मा 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मुंबई में यह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाने जाते थे। प्रदीप के नाम 100 से ज्यादा एनकाउंटर हैं. उनकी छवि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की रही है. कुछ सालों तक वह निलंबित भी रहे थे लेकिन बाद में उन्हें फिर से बहाल किया गया था.
छोटा राजन के गुर्गे लखन भैया का फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप प्रदीप शर्मा, विनायक शिंदे समेत पूरी टीम पर लगा था। इस मामले में शर्मा को सस्पेंड भी किया गया था. 13 पुलिसवालों के अलावा उनकी भी गिरफ्तारी की गई थी. बाद में अदालत से वो बरी किए गए और 2013 में सेवा में लौटे. 2019 में प्रदीप शर्मा शिवसेना के टिकट पर नालासपोरा से चुनाव भी लड़ चुके हैं।