मणिपुर में शनिवार को सेना के काफिले पर उग्रवादी हमला हुआ है. इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर, उनकी पत्नी, बेटे और चार जवान मारे गए हैं. घटना चुराचांदपुर जिले के सिंघट में हुई, जहां उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर IED अटैक कर दिया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 46 असम रायफल के कमॉडिंग अफ़सर विप्लव त्रिपाठी अपने परिवार और QRT के साथ जा रहे थे, तभी उग्रवादियों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया. सूत्रों के मुताबिक़ इस हमले कमॉडिंग अफसर, उनकी पत्नी और बच्चे और चार जवानों की मौत हो गई.
सेना पर हमले की यह घटना शनिवार सुबह तकरीबन 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुई. यह जिला म्यांमार सीमा के पास है. सूत्रों के मुताबिक शनिवार सुबह 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी एक फॉरवर्ड कैंप गए थे. वे वहां से वापस लौट रहे थे उसी वक्त उन पर हमला किया गया. उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और अन्य जवान भी थे. प्रारंभिक तौर पर हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी या PLA का हाथ बताया जा रहा है. हालांकि, अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक यह घात लगाकर किया गया सुनियोजित और इस साल का सबसे घातक हमला था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम राइफल्स के सीओ, उनके परिवार के दो सदस्यों समेत 4 सैनिकों के शहीद होने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है.
मणिपुर में हुए आतंकी घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं, जो आज शहीद हुए हैं. उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘46 एआर के काफिले पर आज हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं जिसमें सीओ और उनके परिवार सहित कुछ जवानों की मौत हो गई है… राज्य बल और अर्धसैनिक उग्रवादियों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं. अपराधियों को न्याय की जद में लाया जाएगा.’’