समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग (Income tax raid) की छापेमारी रविवार की देर रात तक जारी रही. ये छापेमारी शनिवार (18 दिसंबर) की सुबह शुरू हुई थी.
जानकारी के मुताबिक, रविवार को आयकर विभाग की एक टीम ने व्यापारी राहुल भसीन के दिल्ली स्थित घर पर भी रेड डाली. छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को कई बेनामी संपत्तियों के साथ-साथ कंपनियों के भी दस्तावेज मिले हैं. बताया जाता है कि इसे लेकर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी राहुल भसीन से पूछताछ कर रहे हैं.
15 घंटे तक चली इनकम टैक्स की छापेमारी
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के मऊ स्थित घर पर आयकर जांच रविवार भोर में खत्म हुई. विभाग के अधिकारियों के मुताबकि जांच में करोड़ों के कर चोरी के प्रमाण मिले हैं. इस दौरान 14 निजी व सार्वजनिक बैंकों में दो दर्जन से ज्यादा लॉकरों को सीज किया गया.
प्रारंभिक जांच में सपा नेता के बेंगलुरु में संचालित स्कूल और कॉलेजों में डोनेशन के माध्यम से करोड़ों का हेरफेर के सबूत मिले हैं. इसे कई शहरों में रियल एस्टेट में निवेश किया गया है. पूर्वांचल के शहरों के साथ लखनऊ में भी करोड़ों रुपये की संपत्तियों के कागजात मिले हैं. ये परिवार की महिलाओं व परिजनों के नाम से हैं.
अधिकारियों की पूछताछ में सपा नेता ने बताया कि उन्होंने कई कंपनियों में करोड़ों की फंडिंग की है. लेकिन उनका नाम कागजों में नहीं है। जबकि उस कंपनी के लाभ में उन्होंने 50 फीसदी तक हिस्सा तय किया हुआ है.
बता दें कि सपा के राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता राजीव राय के कैंप कार्यालय पर शनिवार सुबह सात बजे से शुरू हुई आईटी विभाग की छापेमारी देर रात पौने 12 बजे तक चलती रही. राजीव राय के मऊ स्थित घर से आयकर विभाग को करीब 76 हजार रुपये नकद मिले हैं. इनमें राजीव राय के घर काम करने वाले नौकरों के पास से बरामद रकम भी शामिल है.
सुबह छापेमारी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। इस दौरान अधिकारियों पर फंसाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के लैपटॉप भी कार्यकर्ताओं ने चेक किए.
राजीव राय ने किया महज 17 हजार रुपए मिलने का दावा
इनकम टैक्स विभाग के छापेमारी के बाद समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजीव राय ने दावा किया है कि 15 घंटे तक की छानबीन करने के बाद टीम को उनके घर से महज 17 हजार रुपये ही मिले. राजीव राय ने आरोप लगाया है कि आयकर डिप्टी कमिश्नर नेता के वेश में मेरे बेडरूम में घुस आए. टीम ने मेरा फिजियोथेरेपी करने वाले डॉक्टर को भी टारगेट किया. राजीव ने कहा कि मुझसे पूछना था तो मेरे परिवार को पूरा दिन बंधक क्यों बनाकर रखा गया.
यूपी चुनाव के बीच हो रही इस कार्रवाई पर सपा ने सवाल उठाए हैं. अखिलेश यादव ने कहा है कि अजय मिश्र जैसे लोगों पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता है, जबकि सपा सपा के नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों के जरिए डराया जा रहा है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा को जब हार का डर सताता है तो ऐसे ही होता है.