देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से ठीक पहले पंजाब में चन्नी सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए डीजीपी (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को हटा दिया है. उनकी जगह पर पंजाब पुलिस का नया मुखिया बना दिया गया है.
दरअसल, चुनाव की तारीखों का ऐलान होते सभी राज्यों में आचार संहिता लागू हो जाएगी. बस इसी के चलते मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार दोपहर आचार संहिता लागू होने से चंद घंटे पहले डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को हटाते हुए उनकी जगह पर नए IPS अफसर वीके भवरा को पंजाब का डीजीपी बना दिया है.
पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय पर भी सवाल उठाए जा रहे थे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य की पुलिस पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा इंतजाम न करने पर वह लगातार निशाने पर थे. बताया जा रहा है कि इसी के चलते चन्नी सरकार ने उन्हें हटाया है. इतना ही नहीं DGP के बाद फिरोजपुर के SSP हरमनदीप सिंह हंस भी हटा दिए गए हैं. उनकी जगह पर नरिंदर भार्गव को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बता दें कि पंजाब के नए डीजीपी बनाए गए वीके भावरा 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. विजिलेंस चीफ के तौर पर भी काम कर चुके हैं. वह अब पंजाब में नए DGP का पदभार संभालेंगे. भावरा के बारे में सबसे खास बात यह है कि वह 2019 में भी बतौर एडीजीपी रहते हुए पंजाब में विधानसभा चुनाव करवा चुके हैं. शायद इसलिए चन्नी सरकार उनको लेकर आई है जिससे उनकी अगुवाई में ही पंजाब पुलिस अगले विधानसभा चुनावों में सुरक्षा व्यवस्थाएं संभालेंगी.
PM की सुरक्षा में चूक
5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के समय सुरक्षा प्रबंधों में चूक सामने आई थी. प्रधानमंत्री का काफिला करीब 20 मिनट तक फिरोजपुर में एक फ्लाईओवर पर रुका रहा था. उस दौरान काफिले के पास काफी लोग पहुंच गए थे. इस मामले के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. प्रधानमंत्री ने बठिंडा एयरपोर्ट पर अधिकारियों से कहा था कि अपने मुख्यमंत्री को कह देना कि वह यहां तक जिंदा पहुंच गए. इसके बाद सूबे में सियासी बवाल खड़ा हो गया था.