बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी को फिर लगाई फटकार,
श्मशानभूमि का विवरण पेश करने का दिया आदेश
मुंबई। मनराज प्रतिष्ठान की ओर से दायर याचिका पर कुर्ला शमशान भूमि पुनर्निर्माण मामले पर 2 दिसंबर को बॉम्बे उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए मुंबई मनपा को एक बार फिर से फटकार लगाई और आदेश दिया कि 9 दिसंबर को अगली सुनवाई के दौरान कुर्ला पश्चिम हिंदू शमशान भूमि का पूरा खाका पेश करने का आदेश मनपा को दिया। हलफनामें में कब तक श्मशानभूमि बनकर तैयार होगा, पूरी स्पष्टता के साथ देने का आदेश बॉम्बे उच्च न्यायालय ने मनपा को दिया है। शमशान भूमि में P.N.G के परमीशन के बहाने टालमटोल करने पर कोर्ट ने मनपा को कहा आप लिखित में विवरण दें। हालांकि फटकार लगने के बाद मनपा शमशान भूमि के रंगरोगन के काम में लग गई है।
21 नवंबर 2017 को पारित श्मशानभूमि की
इन समस्याओं पर अब तक क्यों नहीं हुआ काम
1) पीने के पानी की टंकी को अपने वर्तमान स्थान से शमशान भूमि के प्रवेश द्वार के पास प्रार्थना कक्ष के पास स्थानांतरित करना है।
2) श्मशान भूमि के प्रवेश मार्ग को चौड़ा और समतल किया जाए ताकि प्रवेश क्षेत्र पर ढलान के कारण पानी जमा न हो, ड्रेनेज लाइन का पुनर्निर्माण किया जाए।
3) शमशान भूमि के प्रवेश के पास पंजीकरण कार्यालय के ऊपर अतिरिक्त कक्ष का निर्माण किया जाना।
4) प्रार्थना हॉल के क्षेत्र को चौड़ा किया जाना चाहिए और हॉल के आगे एक गार्डन भी बनाया जाना चाहिए ताकि क्षेत्र का आकार अधिक लोगों को समायोजित करने के लिए बढ़ सके। अंतिम संस्कार करने के लिए उपस्थित लोगों द्वारा अनुष्ठान करने के लिए छोटे मंच क्षेत्र का निर्माण किया जाना चाहिए।
5) लकड़ी भंडारण कक्ष को उचित लकड़ी के भंडारण के लिए चौड़ा किया जाना चाहिए।
6) पंजीकरण कार्यालय के पास नर्सरी के पीछे पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
7) एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ संयुक्त बैठक आयोजित की जाए और P.N.G सुविधा की स्थापना के संबंध में एक समाधान खोजा जाए।
8) शमशान भूमि के नए निर्माण लेआउट में हाई मास्ट लैंप की स्थापना का प्रावधान किया जाना चाहिए।
9) भगवान शिव मंदिर जो पीछे के क्षेत्र में है प्रवेश के पास स्थानांतरित किया जाना चाहिए और शमशान भूमि परिसर में संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर की मूर्तियों को भी स्थापित किया जाना चाहिए। जन्म से मृत्यु तक मानव जीवन का चक्र प्रार्थना हॉल की दीवारों पर उकेरा जाना चाहिए।
10) मिश्रित दीवार की मध्य ऊंचाई पर लैंप लगाए जाने चाहिए।
11) जैसे ही मृतक शमशान भूमि में प्रवेश करता है, हिंदी, मराठी, व गुजराती, इत्यादि) में अनुष्ठान होता है, जिससे मृतक व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर रखा जाना चाहिए।
12) दिशा-निर्देश बोर्ड को विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया जाना चाहिए और उपस्थित लोगों को आवश्यक स्थान की सुविधा हो।
13) भंडारण क्षेत्र से श्मशान क्षेत्र तक लकड़ी के परिवहन के लिए रिमोट नियंत्रित क्रेन स्थापित किया जाना चाहिए। 14) नर्सरी में पौधों की विभिन्न किस्में लगाई जाएं।
15) वर्तमान शौचालयों को ध्वस्त कर नया बनाया जाए।
कार्यान्वयन के लिए अंतिम नए लेआउट को अंतिम रूप देने के बाद बैठक के सदस्य शमशाम भूमि का दौरा करेंगे।
जब तक शमशान भूमि नया नहीं बन जाता हमारी लड़ाई जारी रहेगी: मनोज नाथानी
कुर्ला पश्चिम हिंदू शमशान भूमि की जर्जर स्थिति को लेकर मुंबई महानगरपालिका के खिलाफ मनराज प्रतिष्ठान ने बांबे हाईकोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है। मनराज प्रतिष्ठान ने याचिका में श्मशान भूमि की विविध समस्याओं का उल्लेख किया था। मनपा की लापरवाही के खिलाफ यह याचिका दायर की गई है। श्मशान भूमि जर्जर अवस्था में बीएमसी में बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी इस पर ध्यान नहीं दे रही है। यहां के नागरिकों में बस एक ही सवाल है कि जल्द से जल्द यह श्मसान भूमि नए तरह से बने। मनराज प्रतिष्ठान के न्यासी मनोज नाथानी ने बताया कि लोगों की मांग को देखते हुए ही हमने बांबे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किया था, जब तक कुर्ला वासियों के लिए नया श्मशान नहीं बन जाता, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।