बुल्ली बाई एप मामले (Bulli Bai App Case) में अब एक युवक ने दावा किया है कि वह इस मामले का असली मास्टरमाइंड है. तीन गिरफ्तारियों के बाद इस युवक ने महाराष्ट्र (Maharashtra) पुलिस को चुनौती दी है कि अगर उसमें दम है तो वह उसे गिरफ्तार करे. उसका कहना है कि पुलिस बेगुनाहों को परेशान करना बंद करे, वरना बुल्ली बाई 2.0 के लिए तैयार रहे.
इस युवक ने पुलिस को चुनौती देते हुए @giyu44 ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया है. यूजर ने कहा है कि आपने गलत लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. उन्हें जल्द से जल्द रिहा करें. ट्वीट में आगे लिखा है कि जब यह सब शुरू हुआ तो मुझे भी इस बारे में ज्यादा नहीं पता था कि इससे क्या हो सकता है. मैं अपने दोस्तों विशाल और स्वाति के अकाउंट का उपयोग करता हूं. उन्हें पता भी नहीं है कि मैं क्या करने जा रहा हूं. वे दोनों मेरी वजह से गिरफ्तार हुए हैं. अब वे मुझे गाली देने के लिए आजाद हैं.
इस ट्विटर यूजर ने महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए उसे चुनौती दी कि पुलिस में अगर हिम्मत है उसे गिरफ्तार कर दिखाए. उसका कहना है कि अगर पुलिस मुंबई उसके लिए फ्लाइट का टिकट बुक कराकर भेजती है तो वह मुंबई आकर खुद सरेंडर कर सकता है.
वहीं इस ट्विटर यूजर ने दावा किया है कि भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए उसे पाकिस्तान (Pakistan) से फंड दिया गया था और एप से जुड़े ग्रुप के सभी सदस्य निर्दोष हैं. रुद्रपुर से गिरफ्तार लड़की भी निर्दोष है और उसने लड़की का अकाउंट हैक कर धार्मिक टिप्पणियां कीं. उसका दावा है कि एक समुदाय विशेष की महिलाओं की फोटो अपलोड की गई.
पुलिस को शक है कि यह ट्विटर यूजर नेपाल में है और वहीं से इस गतिविधि को अंजाम दे रहा है. हालांकि, पुलिस ट्विटर यूजर के सही जानकारी पता लगाने की कोशिश कर रही है.
अब तक तीन गिरफ्तारी
बता दें कि बुल्ली बाई एप मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक उत्तराखंड की रहने वाली 18 साल की स्वाति है. पुलिस का दावा है कि एप के पीछे मास्टरमाइंड यही लड़की है. इसके अलावा उसके 20 साल के दोस्त मयंक रावत और 21 साल के विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया गया है.