CBI ने रविवार को भारतीय रेलवे (Indian Railways) के वरिष्ठ अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान (Mahendra Singh Chauhan) को 1 करोड़ रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से एक करोड़ रुपये भी बरामद कर लिया गया है. महेंद्र सिंह के साथ दो अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है.
महेंद्र सिंह चौहान 1985 के अधिकारी हैं. महेंद्र सिंह चौहान पर नॉर्दन ईस्टर्न फ्रंटियर रेलवेज में एक प्राइवेट कंपनी को काम दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप है. जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो महेंद्र सिंह चौहान के नाम पर रिश्वत ले रहे थे.
केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) सूत्रों ने बताया कि इसकी जानकारी मिली थी कि महेंद्र सिंह चौहान पूर्वोत्तर रेलवे में काम दिलाने के नाम पर एक कंपनी से 1 करोड़ रुपये की रिश्वत मांग रहा है. बाद में जाल बिछाया गया. महेंद्र सिंह चौहान के दो कथित सहयोगी जब रिश्वत ले रहे थे, उसी समय सीबीआई के अफसर मौके पर पहुंच गए और उन्हें धर दबोचा.
सीबीआई अफसरों को संदेह है कि महेंद्र सिंह चौहान ने पहले भी रिश्वत ली होगी. इसी संबंध में जांच को आगे बढ़ाते हुए देश के 5 अलग-अलग राज्यों में सीबीआई की कई टीमें छापेमारी कर रही हैं.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में चीनी मूल के नागरिक चार्ली पेंग (Charlie Peng) और कार्टर ली (Carter Lee) को गिरफ्तार कर 14 दिन की रिमांड पर ले लिया है. चार्ली पेंग पर 1000 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. इससे पहले चार्ली पेंग का नाम 2018 मे उस वक्त सामने आया था जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसको दलाई लामा की जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था. ED इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है.