नासिक। ईडी ने नासिक में हुए 117 करोड रूपए के अनाज घोटाले में तीन आरोपियों को नागपुर से गिरफ्तार किया है. इससे फिर एक बार राज्य में नौ साल पहले हुए करोड़ों रुपयों का अनाज का घोटाला चर्चा में आ गया है. सन 2012 में सिन्नर से इगतपुरी के सरकारी गोदाम में जाने के लिए निकला सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज, इगतपुरी के गोदाम में न जाकर निजी व्यापारियों के गोदाम में जा रहे थे, जिसे नासिक ग्रामीण पुलिस ने पकड़कर कार्रवाई की थी. इसमें 11 लोगों की पुलिस द्वारा जांच की गई थी. जिसमें प्रमुख आरोपी घोरपड़े बंधु पुलिस के हाथ नहीं लगे थे. उन्होंने मुंबई उच्च न्यायालय में जाकर जमानत ले ली थी. नागपुर से गिरफ्तार तीनों पर मकोका कानून के तहत कार्रवाई करने का प्रस्ताव नासिक ग्रामीण पुलिस ने सरकार को भेजा था. अनाज घोटाले को केंद्र सरकार द्वारा सख्ती से वसूली करने का आदेश ईडी को दिया गया था जिस पर ईडी ने कार्रवाई करते हुए नागपुर से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज घोटाले मामले में संपत नामदेव घोरपड़े, अरुण नामदेव घोरपड़े और विश्वास नामदेव घोरपड़े को गिरफ्तार किया है।