छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में दशगात्र के कार्यक्रम में कथित रूप से भोजन करने के बाद लगभग 100 लोग बीमार हो गए हैं. महासमुंद जिले के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि जिले के अंशुला गांव में बुधवार को दशगात्र के कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भोजन करने के बाद करीब 100 लोग बीमार हो गए. बीमार हुए 50 बच्चों समेत 60 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है.
जानकारी के मुताबिक महासमुंद के जिलाधिकारी डोमन सिंह ने बताया कि बुधवार शाम को पिथौरा विकासखंड के अंशुला गांव में ग्रामीणों ने दिलीप साहू के घर दशगात्र (व्यक्ति की मृत्यु के बाद दसवें दिन की रस्म) कार्यक्रम में भोजन किया था.
जिले के अधिकारियों ने बताया कि दिलीप साहू शासकीय प्राथमिक विद्यालय, अंसुला के प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं. दशगात्र के कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों के साथ प्राथमिक और माध्यमिक शाला के बच्चों ने भोजन किया था. दशगात्र कार्यक्रम में भोजन खाने के बाद बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग उल्टी-दस्त करने लगे. उनकी तबियत बिगड़ गई. हालांकि इस मामले में कहा जा रहा है कि लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए. माना जा रहा है कि फिलहाल फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए मरीजों की संख्या में और इजाफा हो सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर, जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के लिए अस्पतालों का दौरा किया. साथ ही एक स्वास्थ्य दल को भी गांव भेजा गया है. उन्होंने बताया कि विषाक्त भोजन के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.