छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) में शनिवार को सुरक्षाबलों (Security Forces) और नक्सलियों (Naxalites) के बीच मुठभेड़ में 8 जवान शहीद हो गए. वहीं 21 जवानों के लापता होने की खबर सामने आई है और 30 अन्य जवान घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए बीजापुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूत्रों के मुताबिक एनकाउंटर वाली जगह से 14 शव बरामद किए गए हैं. वहीं गंभीर हालत को देखते हुए 7 जवानों को रायपुर रेफर कर दिया गया है.
बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता हैं और सुरक्षा बलों को उनकी खोज में भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लापता जवानों से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि जवानों की सुरक्षा को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन उम्मीद है कि जवान सुरक्षित होंगे।
नक्सल विरोधी अभियान के तहत शुक्रवार रात को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, डीआरजी और एसटीएफ की टीम को भेजा गया था. नक्सल विरोधी अभियान में करीब 2 हजार जवान शामिल थे. पुलिस अधिकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर करीब 12 बजे जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली मुठभेड़ में 8 जवान शहीद हो गए वहीं 21 जवानों के लापता होने की खबर है.
सीआरपीएफ डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह भी रविवार सुबह हालात का जायजा लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे। उन्होंने बताया कि 21 लापता जवानों में से 7 सीआरपीएफ के जवान हैं। हमले में शहीद हुए 5 जवानों में से भी 2 सीआरपीएफ के हैं। इसके अलावा घायल हुए जवानों में से भी 16 जवान सीआरपीएफ के हैं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के शहीद होने पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। ट्वीट कर पीएम मोदी ने लिखा है, मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ है. वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।’