कोरोना के एक बार फिर से बढ़ रहे केसों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इस महीने के मध्य तक केस तेजी से घट रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है. जिन दो राज्यों ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है, वो हैं – केरल और महाराष्ट्र.
केरल (Kerala) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दोनों राज्यों की सरकारें प्रतिबंध बढ़ाने के लिए समीक्षा कर रही हैं. वहीं केंद्रीय गृह सचिव ने सलाह दी है कि जिन इलाकों में कोविड-19 मामले ज्यादा हैं, वहां पर रात में कर्फ्यू लगाएं. केंद्र सरकार दोनों राज्यों के हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं.
गृह मंत्रालय ने दोनों राज्यों के साथ बैठक करने के बाद गुरुवार बयान जारी करके कहा है, ‘संक्रमण में वृद्धि को रोकने के लिए और ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है. जिन इलाकों में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, उनमें रात का कर्फ्यू लगाने पर विचार करना चाहिए. इसके अलावा संपर्क ट्रेसिंग करना, टीकाकरण अभियान तेज करने जैसे उपाय भी बढ़ाने होंगे.’
देश में कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद सभी गतिविधियां फिर से शुरू हो चुकी हैं और बाजारों में लोगों की भीड़ दिखनी शुरू हो गई है. इस बीच सरकार तेजी से लोगों को टीका लगा रही है, पर कई लोगों की लापरवाही के चलते कोरोना की तीसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है.
महाराष्ट्र के राज्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने चेतावनी दी है कि अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक राज्य में कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी क्योंकि अधिकांश त्योहार इस समय तक समाप्त हो जाएंगे और त्योहारों के समय लोग एक दूसरे के संपर्क में आएंगे, जिसका असर बाद में दिखेगा.
इससे पहले शुक्रवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, बीते 24 घंटों में भारत में कोरोने के 44,658 नए केस सामने आए हैं. 32,988 मरीज ठीक हुए हैं जबकि 496 की मौत हुई है. केरल में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं. वहां बीते 24 घंटों में 30,007 नए मरीज सामने आए हैं और 162 की मौत हुई है.
इस तरह भारत में कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा 3,26,03,188 पहुंच गया है. इनमें से 3,18,21,428 ठीक हो चुके हैं. अभी देश में 3,44,899 एक्टिव केस हैं. मृतकों की कुल संख्या 4,36,861 पहुंच गई है.