केंद्र सरकार ने देश को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण भारत की पहली और देश की 5वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार से दक्षिण भारत के 4 राज्यों के दो दिन के दौरे पर हैं, और इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इस बीच पीएम मोदी ने आज सुबह दक्षिण भारत की पहली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन’ को बेंगलुरु के केएसआर स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही उन्होंने भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई. पीएम की यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पीएम मोदी आज ही तमिलनाडु के लिए रवाना हो जाएंगे.
इससे पहले पीएम मोदी शुक्रवार सुबह बेंगलुरु के एचएएल हवाई अड्डे पहुंचे. जहां कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, मंत्रिमंडल के कई सदस्यों, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राज्य इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील, बीजेपी के संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा, पार्टी के विधायकों और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.
दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बेंगलुरु के रास्ते मैसूर और चेन्नई के बीच चलेगी. प्रधानमंत्री ने भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई, जो रेलवे की भारत गौरव ट्रेन नीति के तहत कर्नाटक के मुजराई विभाग द्वारा चलाई जाएगी. दक्षिण पश्चिम रेलवे के अनुसार, “यह काशी की यात्रा करने को इच्छुक कई यात्रियों के सपने को पूरा करेगी.”
ट्रेन नंबर 06507 मैसूर-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन आज सुबह 10.25 बजे केएसआर बेंगलुरु से रवाना हुई. यह आज ही शाम को 5.20 बजे एमजीआर चेन्नई पहुंचेगी. इस ट्रेन से बेंगलुरु से चेन्नई की यात्रा करने वाले लोगों को काफी सहुलियत मिलेगी। यह ट्रेन सबसे कम समय में लोगों को पहुंचाएगी.
देश की पांचवीं वंदे भारत चेन्नई-बेंगलुरु और मैसूर रूट पर दौड़ेगी। वंदे भारत इस रूट पर करीब 500 किमी का सफर तय करेगी। ये ट्रेन बुधवार को छोड़कर बाकी सभी दिन चलेगी। बता दें कि विश्व स्तरीय वंदे भारत पूरी तरह से स्वदेशी रूप से निर्मित है और यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं प्रदान करती है. ये ट्रेन ‘मेक इन इंडिया’ का एक ज्वलंत उदाहरण है.