कोरोना का संक्रमण है या नहीं इसकी जांच के लिए अब लोगों को बार-बार लैब जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब घर बैठे ही कोरोना की जांच खुद कर सकते हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बुधवार को घर में ही कोविड जांच के लिए ‘कोविसेल्फ’ किट को मंजूरी दे दी है। इस जांच किट के जरिये अब कोई भी घर बैठे ही कोरोना संक्रमण की जांच कर सकता है।
घर में कोविड जांच के लिए पहले टेस्टिंग किट कोविसेल्फ (CoviSelf) अगले सप्ताह के अंत तक बाजार में उपलब्ध होगी। आईसीएमआर के मुताबिक, इस कोविसेल्फ किट के बाद अब लोग महज 250 रुपये खर्च कर घर पर ही कोविड टेस्ट कर सकते हैं।
चूंकि यह रेपिड एंटीजन टेस्ट है, इसमें केवल नेजल स्वैब की जरूरत होगी। रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किट CoviSelf से टेस्ट करने में केवल दो मिनट का समय समय लगता है, यही नहीं, 15 मिनट में टेस्ट का रिजल्ट मिल जाता है. किट का निर्माण करने वाली पुणे स्थित फर्म की ओर से यह दावा किया गया.
समाचार एजेंसी ANI ने किट को तैयार करने वाली कंपनी, Mylab Discovery Solutions के डायरेक्टर सुजीत जैन के हवाले से कहा, ‘टेस्ट को करने में केवल दो मिनट लगते हैं और 15 मिनट में रिजल्ट मिल जाता है. यह किट देशभर की 7 लाख से ज्यादा फार्मेसी और हमारी ऑनलाइन फार्मेसी पार्टनर के यहां अगले सप्ताह के अंत तक उपलब्ध होने लगेगी.’ कंपनी के प्रमुख सुजीत जैन के अनुसार कंपनी देश के 90 प्रतिशत इलाकों में इस किट को पहुंचाना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘यह टेस्ट खुद किया जा सकता है यदि आप पॉजिटिव आते हैं तो आईसीएमआर के अनुसार किसी RT-PCR टेस्ट की जरूरत नहीं है. कोई भी वयस्क, इस किट का मेनअुल पढ़कर इस्तेमाल कर सकता है.’
ICMR ने किट के इस्तेमाल के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि केवल सिम्पटोमेटिक लोग और लेबोरेटरी में हुए टेस्ट में पॉजिटिव आने वाले लोगों के तुरंत संपर्क में आए लोगों को इस किट का इस्तेमाल करना चाहिए. अंधाधुंध टेस्ट के लिए इसके इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है.
जानें कैसे कर सकते हैं इसका इस्तेमाल
ICMR के अनुसार CoviSelf टेस्ट रिजल्ट को एक मोबाइल एप पर अपलोड करना होगा जो कि गूगल प्लेस्टोर और एपल स्टोर पर उपलब्ध होगा. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने बताया कि घर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट एक मोबाइल एप के जरिए संपन्न होगा। भार्गव ने बताया कि एक कंपनी एप को डेवलप कर दिया है, जबकि अन्य तीन कंपनियां भी इस पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले आपको किसी दवा दुकान से टेस्ट किट खरीदना होगा। उसके बाद मोबाइल एप को डाउनलोड करना होगा। फिर टेस्ट करना होगा और टेस्ट की फोटो (किट सहित) इस एप पर अपलोड करना होगा।
ICMR के दिशानिर्देशों के मुताबिक, कोविसेल्फ टेस्ट किट की जांच में जो लोग पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें वास्तव में कोरोना पॉजिटिव ही समझा जाए। ऐसे में उन्हें दोबारा टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। वहीं पॉजिटिव आने वाले सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रहने और आईसीएमआर एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के तहत जारी कोरोना नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। वहीं ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण हैं और वे कोविशसेल्फ किट की जांच में निगेटिव आए हैं, उन्हें आरटी-पीसीआर कराना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि माना जाता है कि कम वायरस लोड के कारण रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग के जरिए कुछ मामलों में इसकी पुष्टि नहीं हो पाती है।
आपके मोबाइल फोन पर मौजूद ऐप का डाटा एक सुरक्षित सर्वर पर रहेगा, जो आईसीएम की कोविड-19 टेस्टिंग पोर्टल से जुड़ा है, जहां सभी डाटा को स्टोर किया जाएगा। एडवाइजरी में कहा गया है कि मरीज की जानकारी की पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।