चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae) ने मुंबई में भारी तबाही मचाई और फिर बेहद तेज रफ्तार से गुजरात की ओर बढ़ चला। सोमवार को मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में बहुत तेज हवाएं और भारी बारिश हुई। तूफान की वजह से कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जबकि लोकल ट्रेनों की सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
चक्रवाती तूफान ताउते के चलते महाराष्ट्र में भारी बारिश और हवा के कारण मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में पेड़ उखड़ गए, सड़कों पर पानी भर गया. भारी बारिश और हवाओं के कारण मुंबई में शिवसेना भवन के पास पेड़ और बिजली का पोल उखड़ गया.
देश की आर्थिक राजधानी में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं। कई जगह पेड़ गाड़ियों पर गिर पड़े। इसकी वजह से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। प्रशासन पेड़ों को काटकर सड़कों से हटाने में जुट गया है। महामारी की वजह से सड़कों पर एंबुलेंस और अन्य जरूरी सेवाओं की आवाजाही अधिक है और ऐसे में जल्दी से जल्दी रास्तों से बाधा मुक्त करना है।
ताउते तूफान और भारी बारिश की वजह से मुंबई एयरपोर्ट को रात 10 बजे तक बंद रखा जाएगा. भारी बारिश की वजह से मुंबई में सड़कों पर जलजमाव की वजह से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। कोरोना महामारी को लेकर लागू लॉकडाउन की वजह से सड़कों पर गाड़ियां कम हैं, लेकिन जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दफ्तर ने कहा, ”चक्रवाती तूफान ताउते की वजह से 6 लोगों की मौत हो गई तो 9 घायल हैं। 4 जानवरों की भी मौत हुई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नुकसान का जायजा लिया है और राहत व बाचव कार्यों को तेजी से करने का आदेश दिया है।”महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भीषण चक्रवाती तूफान ताउते से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में जहां छह लोगों की मौत हो गई, वहीं तीन नाविक लापता हैं.
मुंबई में ताउते तूफान तबाही का मंजर छोड़ आगे बढ़ चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान ताउते गुजरात तट के करीब पहुंच गया है. अहमदाबाद में तेज बारिश हो रही है. गुजरात के सोमनाथ में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि ताउते गुजरात तट के बेहद नजदीक पहुंच गया है। तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो अगले 2 घंटे तक जारी रहेगी।
गुजरात के सीएम विजय रूपाणी चक्रवाती तूफान ताउते की ताजा स्थिति जानने के लिए गांधीनगर के स्टेट कंट्रोल रूम पहुंचे और कलेक्टर्स के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तटीय जिलों समेत राज्य की स्थिति की समीक्षा की.