चक्रवाती तूफान यास का असर बंगाल, ओडिशा से लेकर अब बिहार-यूपी समेत देश के कई इलाकों में दिख रहा है। बंगाल-यूपी से लेकर बिहार और झारखंड में लगातार तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। इन राज्यों कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश से आवागमन से लेकर बिजली आपूर्ति बाधित है। पेड़ और आकाशीय बिजली गिरने कई मौतें हो गई हैं।
बीते दिन झारखंड में भी इस तूफान ने भयंकर तबाही मचाई। फिलहाल यह बिहार में दाखिल हो गया है, जिसके बाद यह पर कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। लगातार बारिश के बाद जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। राजधानी पटना के कई इलाकों में पानी भर गया। तूफान यास की वजह से जन-जीवन भी पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. रिपोर्ट की मानें तो आज यह तूफान यूपी में प्रवेश करेगा।
ओडिशा और बंगाल में तबाही मचाने वाला यास भले ही झारखंड-बिहार में आकर कमजोर पड़ चुका है मगर इसका असर मौसम पर दिख सकता है। बिहार में तेज हवाओं के साथ बारिश ने आम और लीची की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। फिलहाल, राहत के संकेत नहीं दिख रहे हैं क्योंकि बिहार और इससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 48 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश होगी। एक दो स्थानों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
तूफान यास ने गुरुवार को रांची समेत झारखंड के कई जिलों में जमकर तबाही मचाई है। लगातार हो रही बारिश से राज्य में तीन लोगों की मौत हो गई है। रांची के धुर्वा में एक मकान गिरने से पिता-पुत्र की जान चली गयी वहीं कोडरमा में एक बच्ची की मौत हो गई है। रांची के तमाड़ प्रखंड में तीन साल पहले कांची नदी पर बना पुल गुरुवार को भारी बारिश के बीच टूट गया। अभी तक इसका विधिवत उद्घाटन भी नहीं हुआ था। यह पुल रांची जिले के तमाड़ और सोनाहातू प्रखंड को जोड़ता था। दूसरी तरफ बारिश से बेसहारा हुए लगभग 11 हजार लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अगले एक-दो दिन में भारी बारिश के रूप में इसका असर पड़ने की प्रबल संभावना है. लखनऊ स्थित मौसम केंद्र ने शुक्रवार और शनिवार को राज्य के पूर्वी हिस्सों के 19 जिलों में बहुत भारी बारिश होने तथा छह जिलों में सामान्य से भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया है.