देश में बुधवार सुबह राजस्थान, मेघालय और लेह-लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राजस्थान के बीकानेर में भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई है। वहीं, मेघालय और लेह-लद्दाख में तीव्रता क्रमश 4.1 और 3.6 दर्ज की गई है। हालांकि तीनों ही इलाकों में भूंकप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन धरती हिलने से लोग डरे हुए जरूर हैं।
मेघालय, राजस्थान और लद्दाख में आज सुबह 3 घंटे के अंतराल में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सबसे पहले मेघालय में रात 2.10 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। इसके बाद राजस्थान का बीकानेर आज सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर भूकंप के तेज झटके से दहल उठा। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई है। बताया जा रहा है कि लोग जब नींद में ही थे, तभी उन्होंने भूकंप के झटके महसूस किए। लद्दाख में आज सुबह 4 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई।
क्यों आता है भूकंप
धरती की इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर चार परतें होती हैं। ऊपरी मैन्टल कोर मोटी परत कई हिस्सों में बंटी हुई होती है। ये प्लेटस अपनी जगह पर हिलती रहती हैं जब प्लेटस का मूवमेंट ज्यादा हो जाता है तो भूकंप आते हैं।
भूकंप आने पर क्या करें, क्या न करें?
- भूकंप आने के बाद अगर आप घर में हैं तो कोशिश करें कि फर्श पर बैठ जाएं या फिर अगर आपके घर में टेबल या फर्नीचर है तो उसके नीचे बैठकर हाथ से सिर को ढक लेना चाहिए।
- भूकंप आने के दौरान घर के अंदर ही रहें और जब झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
- भूकंप के दौरान घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।
- अगर आप ऊंची इमारत में रहते हैं तो खिड़की से दूर रहें.
- अगर आप बिस्तर पर हैं तो वहीं रहें और उसे कसकर पकड़ लें. अपने सिर पर तकिया रख लें.
- भूकंप के वक्त लिफ्ट का इस्तेमाल तो भूलकर भी न करें।
- भूकंप आने पर अगर आप घर में हैं तो दरवाजे, खिड़कियों और दीवारों से दूर रहें।
- भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर है तो कोशिश करें कि ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।