महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के घर ईडी (Enforcement Directorate) ने छापा मारा है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में घिरे अनिल देशमुख के नागपुर और मुंबई स्थित घरों में प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने छापेमारी की है।
शुक्रवार को सुबह ही उनके नागपुर सिविल लाइन स्थित घर पर ईडी की टीम छापेमारी को पहुंच गई थी। वहीं एक टीम कुछ देर बाद उनके मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित घर पर रेड के लिए पहुंची। चार बड़े अधिकारी इस छापे में शामिल हैं. सुबह 8 बजे से छापे की कार्रवाई शुरू है. छापे की कार्रवाई के दौरान घर के बाहर सीआरपीएफ पुलिस का कड़क बंदोबस्त है.
केंद्रीय एजेंसी ने अनिल देशमुख के खिलाफ इस साल मई महीने में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था। 100 करोड़ वसूली प्रकरण में यह छापा मारा गया है. पिछले दो-तीन महीनों में कहां-कहां कितना निवेश किया गया, कैसे निवेश किया गया, इन सब मामलों की जांच की जा रही है. इस बीच अनिल देशमुख के घर के बाहर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनिल देशमुख घर पर नहीं है.
मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोपों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल देशमुख के घर पर दूसरी बार छापा मारा है। इससे पहले 25 मई को उनके घर पर छापेमारी की गई थी। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) से पहले सीबीआई (CBI)ने उनके घर पर छापेमारी की थी। अनिल देशमुख पर ये इल्जाम लगने के बाद उन्होंने गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
महीने भर के अंदर अनिल देशमुख के घर दूसरी बार छापेमारी हुई है. हालांकि, ईडी की इस छापेमारी में क्या-क्या मिला है, अब तक इसकी डिटेल सामने नहीं आई है, मगर माना जा रहा है कि देशमुख से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है। इससे पहले ईडी ने गुरुवार को डीसीपी राजू भुजबल का बयान दर्ज किया था।
अप्रैल में सीबीआई ने मामले के सिलसिले में देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके चार परिसरों पर छापेमारी की थी। पिछली छापेमारी के बाद अनिल देशमुख ने बयान दिया था कि जो अपराध हुआ नहीं है उस अपराध के आरोप में उन पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा था उनके खिलाफ कार्रवाई के पीछे राजनीति है और कुछ नहीं.
बता दें मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से लगाए गए आरोप के बाद अनिल देशमुख पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था, जिसको लेकर ईडी लगातार उनसे पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि सचिन वाझे मामले में इसी साल मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को एक पत्र लिखकर पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार को लेकर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। इसके अलावा परमबीर सिंह ने बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक याचिका दायर की थी, जिसमें बताया गया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को हर महीने लगभग 100 करोड़ रुपये की उगाही करने को कहा था।