प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब के 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। इनमें पुणे और मुंबई के ठिकाने शामिल हैं। परब के खिलाफ करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत परब के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
परब के खिलाफ अंबानी बम धमकी मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआई सचिन वाजे ने कई आरोप लगाए थे। इसमें सबसे बड़ा आरोप कई मामलों में करोड़ों की रिश्वत लेने का था। परब के खिलाफ करीब 50 करोड़ रुपए की वसूली और ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर भी वसूली का आरोप है।
दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रत्नागिरी जिले के तटीय दापोली इलाके में भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं और अन्य आरोपों को लेकर महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब व अन्य के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच के तहत राज्य में गुरुवार को कई स्थानों पर छापे मारे।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते 8 मार्च 2022 के महीने में भी शिवसेना के नेता मंत्री आदित्य ठाकरे और मंत्री अनिल परब के कई करीबियों पर इनकम टैक्स विभाग ने छापे की कार्रवाई की थी। तब मुंबई और पुणे में आईटी की रेड शिवसेना नेताओं के करीबियों पर चल रही थी। वहीं तब इस कार्यवाही को लेकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय रावत ने केंद्रीय एजेंसियों पर और केंद्र सरकार पर सवाल उठाए थे। रावत ने दावा करते हुए चेताया था कि मुंबई पुलिस ईडी अधिकारियों की सांठगांठ से आपराधिक सिंडिकेट और रंगदारी रैकेट की जांच शुरू करेगी।बता दें कि इससे पहले भी करीब 8 महीने पहले यानी बीते 2021 को महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब मनी लांड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे।