सपा सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति (Gayatri Prasad Prajapati) के घर और ऑफिस समेत अन्य ठिकानो पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम द्वारा की गयी छापेमारी में कई अहम दस्तावेज बरामद हुए है साथ ही उनके लखनऊ स्थित ऑफिस से 11 लाख रुपये के पुराने नोट भी बरामद हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की टीमों ने बुधवार को प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के लखनऊ, अमेठी व कानपुर स्थित उनके और उनके करीबियों के सात ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। इन ठिकानों पर जांच की कार्रवाई देर रात तक जारी रही।
गायत्री प्रसाद के आफिस से 1.5 लाख रुपये नकद बरामद हुआ, जबकि 11 लाख रुपये के पुराने प्रतिबंधित किए जा चुके नोट भी बरामद हुए। गायत्री प्रसादके बेहद करीबी रहे उनके एक ड्राइवर के ठिकाने की भी तलाशी ली गई। इस ड्राइवर के नाम पर करोड़ों की बेनामी संपत्तियां खरीदी गई हैं। ईडी की जांच में सामने आया है कि गायत्री ने अपने कई ऐसे करीबियों के नाम पर संपत्तियां खरीदी हैं, जिनकी खुद की माली हालत बेहद खराब है। वे गायत्री के यहां ड्राइवर या घरेलू नौकर के रूप में काम कर रहे थे।
इतना ही नहीं टीम को कई ऐसे दस्तावेज मिले है, जिस्से गायत्री प्रसाद के बेटे द्वारा मुखौटा कंपनियां बनाने की पुष्टि होती है. इसके ज़रिये काली कमाई को सफेद किया गया. साथ ही लखनऊ में 110 एकड़ ज़मीन ख़रीदे जाने की जानकारी मिली है. अब ईडी पुणे के रजिस्ट्री विभाग से जानकारी जुटाएगी.
गायत्री प्रजापति रेप से संबंधित एक मुकदमे में मार्च 2017 से ही जेल में हैं। पिछले दिनों उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, जो बाद में सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी। उनके एक पूर्व मैनेजर बृज भवन चौबे ने भी उन पर लखनऊ में ही एक मुकदमा दर्ज कराया था. पूर्व मैनेजर बृज भवन चौबे ने जान से मारने की धमकी देने और जबरन संपत्तियां हड़पने की ईडी से शिकायत की थी