गुजरात में कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर दो कंटेनर्स से जब्त की गई 3 हजार किलो हेरोइन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच-पड़ताल करेगा. आज ईडी की ओर से इस बारे में सूचना दी गई. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि, भारी मात्रा में हेरोइन जब्ती होने पर ईडी मनी-लॉन्ड्रिंग इन्वेस्टिगेशन शुरू कर रहा है.
इससे पहले डीआरआई और कस्टम डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने हेरोइन जब्त करते हुए मौके से 2 लोगों को गिरफ्तार किया था. तब यह बात सामने आई कि, हेरोइन की इस सबसे बड़ी खेप को अफगानिस्तान से इम्पोर्ट कर भारत लाया गया है.
गिरफ्त में आए लोगों से पूछताछ के बाद सामने आया है कि, उक्त कंटेनरों को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित आशी ट्रेडिंग फर्म द्वारा अफगानिस्तान से अदाणी के मुंद्रा पोर्ट पर आयात किया गया था. किसी को शक न हो इसलिए तस्कर हेरोइन को टेलकम पाउडर बताकर भारतीय जल सीमा में दाखिल हुए थे.
इधर, इंडियन कोस्टगार्ड्स, डीआरआई और कस्टम डिपार्टमेंट का एक गुप्त सूचना के आधार पर पिछले पांच दिनों से सर्च ऑपरेशन चल रहा था. अधिकारियों ने बताया कि, जिस निर्यातक फर्म से हेरोइन लाई गई उसकी पहचान अफगानिस्तान के कंधार में स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के रूप में की गई है.
डीआरआई और कस्टम डिपार्टमेंट के दस्ते ने जब कच्छ में मुंद्रा पोर्ट पर पहुंचे कंटेनर्स को रोक कर जांच की तो टेलकम पाउडर की आड़ में करोड़ों का ड्रग्स बरामद हुआ. इसके साथ ही दो लोगों को अरेस्ट किया गया. अधिकारियों ने कहा कि, विदेश से भारतीय सीमा में लाई गई यह हेरोइन अब तक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है. जिसकी कीमत करीब 21000 करोड़ रुपये बताई जा रही है.