वेब सीरीज तांडव (Web Series Tandav) को लेकर काफी बवाल देखने को मिल रहा है. तांडव सीरीज का निर्देशन अली अब्बास जफर (Ali Abbas Zafar) ने किया है. सबसे ज्यादा विवाद जीशान आयूब और उनके एक सीन को लेकर देखने को मिल रहा है. सीरीज के पहले ही एपिसोड में जिस अंदाज में जीशान भगवान शिव बन स्टेज से बयानबाजी कर रहे हैं, उससे संत समाज नाराज नजर आ रहा है.
सीरीज को लेकर इतने बड़े विवाद खड़े हो गए हैं कि 6 जगह FIR दर्ज हो चुकी है. सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भी मामले का संज्ञान लिया है. हाल ही में उत्तर प्रदेश में तांडव के खिलाफ FIR के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार पुलिसकर्मी मुंबई पहुंचे हुए हैं. मुम्बई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में तांडव वेब सीरीज को लेकर FIR दर्ज हुई है. IPC की धारा 153 (A) 295 (A) 505 IPC के तहत निर्माता, निर्देशक और कलाकारो के खिलाफ हुआ मामला हुआ दर्ज हुआ है.
एफआईआर (FIR) में एक विशेष समुदाय के खिलाफ भावनाएं भड़काने और देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अशोभनीय चित्रण करने की बात कही गई है। हालांकि वेब सीरीज के मेकर्स की तरफ से माफीनामा पहले ही जारी हो चुका है लेकिन बावजूद इसके विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
तांडव के निर्देशक अली अब्बास जफर ने हालांकि मंगलवार को ही माफी मांग ली और कहा कि उनका उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं था, लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स इस वेब सीरीज की टीम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वेब सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं को गलत तरीके से दिखाए जाने को लेकर पूरे देश में इसे बैन करने की मांग हो रही है।
इस पूरे विवाद पर ADG प्रशांत कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी को भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का हक नहीं है. उन्होंने ये भी कहा है कि मामले की पूरी जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा. उन्होंने कहा- देखिए अलग-अलग जगहों पर FIR हुई है और उस FIR में कुछ लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. हमारी पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। प्रशांत कुमार ने कहा पुलिस की जो टीम मुंबई गई है, उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही कोई फैसला लिया जाएगा. तांडव वेब सीरीज को लेकर सियासत जमकर होती दिख रही है.
महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने कहा है कि उन्हें सीरीज को लेकर शिकायत मिली है. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे ओटीटी प्लेटफॉर्म को लेकर कोई कड़ा कानून लाए. उन्होंने अपने बयान के जरिए ओटीटी पर सेंसरशिप की बात कह दी है.