बीते सप्ताह तमिलनाडु के कुन्नूर के समीप हुए हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (IAF Group Captain Varun Singh) का बेंगलुरु स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया है. 95 फीसदी शरीर जलने के बाद बेंगलुरू के कमांड अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. इस तरह अब हेलिकॉप्टर में सवार सभी 14 यात्रियों का निधन हो चुका है.
इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले ऐसे सदस्य थे, जो घटना के बाद जीवित मिले थे और उन्हें बचाने के तमाम प्रयास किए. लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशें बेकार साबित हुईं और बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.
सूत्रों के मुताबिक हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में उनका शरीर 90 फीसदी से ज्यादा जल चुका था और उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी. हाल ही में उन्हें इलाज के लिए चेन्नै से बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया था. पूरे एक सप्ताह तक डॉक्टर उनके जीवन को बचाने के लिए मशक्कत करते रहे, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई.
वरुण सिंह के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख और संवेदना व्यक्त की है. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने पूरे गर्व, पराक्रम और पेशेवर क्षमता के साथ देश की सेवा की थी. उनके निधन से मैं बेहद दुखी हूं. देश के लिए उनके अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संदेवनाएं. ओम शांति.’
उनके निधन के बारे में वायुसेना ने भी जानकारी दी है. इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर बताया गया, ‘8 दिसंबर, 2021 को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जख्मी बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की जानकारी देते हुए हमें बेहद दुख हो रहा है. भारतीय वायुसेना उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करती है.’
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा– ‘IAF पायलट, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जान कर बहुत दुख हुआ. वह सच्चे योद्धा थे जो अंतिम सांस तक लड़ते रहे. दुख की इस घड़ी में हम परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं.
‘गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा– ‘कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. ईश्वर वीर की आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को शक्ति प्रदान करे. मै गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ. ऊँ शांति शांति शांति.’
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन देश के लिए बड़े दुख की खबर है. इसके साथ ही चॉपर क्रैश की वजह पता चलने की एक बड़ी उम्मीद भी टूट गई है. सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चॉपर को वरुण सिंह ही उड़ा रहे थे. माना जा रहा था कि यदि वह उबर जाते हैं तो हादसे कैसे हुआ, इस बारे में वह बता सकेंगे. लेकिन उनके निधन ने इस उम्मीद को भी तोड़ दिया है.
इससे पहले 8 दिसंबर को चॉपर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. विमान में कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें वरुण सिंह ही जीवित बचे थे. लेकिन अब उनकी भी मौत ने देश को बड़ा आघात दिया है.
हादसे में जान गवाने वालों में रावत और उनकी पत्नी के अलावा ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी. एस. चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साइ तेजा शामिल हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है.