मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में संक्रमण की स्थिति को लेकर शुक्रवार की शाम राज्य की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर जनता को अल्टीमेटम दिया कि अगर लापरवाही ऐसे ही जारी रही तो लॉकडाउन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।
उद्धव ठाकरे ने राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए लॉकडाउन की घोषणा तो नहीं की, लेकिन यह जरूर कहा कि यदि स्थिति ऐसी रही तो इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोग लापरवाह हो गए हैं, राज्य में शादियों में बहुत भीड़ हो रही है और लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को रोकने के लिए एक-दो दिन में और अधिक पाबंदियां लगाई जाएंगी।
कहां से लाएंगे नर्स और डॉक्टर
उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि हालात यही रहे तो फिर लॉकडाउन से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थिति डरावनी है, लेकिन हम सच छिपा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि राज्य में दो लाख 20 हजार आइसोलेशन बेड हैं। फिलबाल 48 फीसदी आईसीयू बेड और 62 फीसदी आइसोलेशन वार्ड भरे हुए हैं। अगर ऐसे ही हालात रहे तो 15 दिन में बेड कम पड़ने लगेंगे। ठाकरे ने आगे कहा कि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो लॉकडाउन लगाने से इनकार नहीं कर सकते। यदि यही हाल रहा तो आने वाले 15 दिनों में हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर साबित होने लगेगा। यदि हम बेड बढ़ा भी देंगे तो डॉक्टर और नर्स कहां से लाएंगे।
हर दिन आ रहे हैं रिकॉर्ड केस
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ये बातें ऐसे समय पर कही हैं जब राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले हर दिन रिकॉर्ड तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की सबसे खतरनाक रफ्तार महाराष्ट्र में ही है। यहां नमूनों के पॉजिटिव पाए जाने की उम्मीद दर करीब 24 पर्सेंट हो चुकी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कई बार चेतावनी दी थी कि यदि लोगों ने कोरोना नियमों का पालन नहीं किया तो सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
राज्य में 500 स्थानों पर कोरोना टेस्ट की सुविधा दी गई है। आज की तारीख में हर दिन 1 लाख 82 हजार टेस्टिंग कर रहे हैं और हमारी कोशिश इस आंकड़े को रोजाना पांच लाख तक ले जाने की है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण के मामले में महाराष्ट्र देश में शीर्ष पर है। राज्य में अभी तक 65 लाख लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।