नए साल के दूसरे दिन कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) पर दूसरी खुशखबरी आ गयी. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विशेषज्ञ समिति ने देसी वैक्सीन के उपयोग की मंजूरी दी है. शनिवार को सब्जेक्ट एक्पर्ट कमेटी (SEC) ने भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. ऐसे में यह लगभग तय हो गया है कि मकर संक्रांति के दिन यानी 14 जनवरी से देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।
इससे पहले शुक्रवार को हुई बैठक में कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा निर्मित कोविशील्ड (Covishield) कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. कोवीशील्ड का उत्पादन भी भारत की दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया (SII) ही कर रही है। महाराष्ट्र के पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट उत्पादन की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विषयगत विशेषज्ञ समिति (SEC) ने सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड की ओर से वैक्सीन को जल्द से जल्द मंजूरी दिए जाने के आवेदन के संबंध में सिफारिश भेजी है।
कोवीशील्ड (Covishield) देश में निर्मित वैक्सीन है, जबकि कोवैक्सीन देश में विकसित और निर्मित, दोनों है। इसे ICMR की मदद से भारत बायोटेक ने विकसित किया है। जानकारों ने भी कहा है कि कोरोना टीका के उपयोग की आखिरी मंजूरी मिल जाने के एक सप्ताह बाद टीकाकरण अभियान शुरू किया जा सकता है। कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा, भारत शायद एकमात्र ऐसा देश है जहां कोरोना की चार वैक्सीन (कोविशील्ड, कोवैक्सीन, फाइजर और जायडस कैडिला) बनकर तैयार हैं.