भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है और किसी भी देश के खिलाफ युद्ध की बजाय इस देश ने शांति वार्ता से हल निकालने को प्राथमिकता दी है। सीमा विवाद को लेकर पिछले कई महीनों से चीन और भारत के बीच रिश्ते खराब हैं और दोनों देशों के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में तनातनी जारी है। मगर इस बीच भी भारतीय सेना के जवान शांति, सौहार्द्र और मानवता को नहीं भूले और चीन के साथ खराब रिश्तों के बाद भी इंसानियत की तस्वीर दिखाते नजर आए। सीमा पर जारी गतिरोध के बाद भी भारतीय सेना के जवान उत्तरी सिक्किम में विपत्ति में घिरे चीनी नागरिकों को देख मदद करने और मानव धर्म निभाने से पीछे नहीं हटे।
दरअसल, नॉर्थ सिक्किम के पठार क्षेत्र में करीब 17,500 फीट की ऊंचाई पर चीन के तीन नागरिक रास्ता भटक गए थे। कंपकंपाती ठंडी और रास्ते से भटकने की पीड़ा के बीच भारतीय जवानों ने उनकी न सिर्फ मदद की, बल्कि उन्हें सुरक्षित तरह से इस विपत्ति से बाहर निकाला। इन तीन चीनी नागरिकों में महिला भी शामिल थी।
भारतीय सेना की यह मदद इसलिए भी अहम है क्योंकि भले ही सीमा पर चीनी सेना के साथ उनकी तनातनी है, मगर मानव धर्म का पालन करना उनका परम कर्तव्य है। याद दिला दें कि चीन और भारत के सैनिकों के बीच गत 15 जून को हिंसक झड़प हुई थी जिसमें भारत के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गये थे। चीन के भी बड़ी संख्या में सैनिक मारे गये थे हालाकि चीन ने कभी आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं किया।