4 बार स्वच्छता का नंबर-1 का खिताब जीत चुके मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) ने एक बार फिर इतिहास रच दिया. शनिवार को हुए स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणाम में इंदौर को लगातार पांचवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. इसके अलावा पहली बार केंद्र सरकार ने सफाई मित्र चैलेंज पुरस्कार भी ऐलान किया. जिसमें 12 करोड़ का सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज अवार्ड भी इंदौर नगर निगम ने अपने नाम किया है.
केंद्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश का इंदौर (India’s most clean city Indore) शहर लगातार पांचवीं बार देश भर का सबसे साफ-सुथरे शहरों की लिस्ट में नंबर एक पर रहा है. इंदौर ने गीले तथा सूखे कचरे के प्रसंस्करण से शहरी निकाय की मोटी कमाई के टिकाऊ रास्ते खोजना और बड़े पैमाने पर गंदे पानी के उपचार से इसे दोबारा उपयोग किए जाने जैसे क़दमों से इस मंजिल को पाया है.
स्वच्छ भारत अभियान के लिए इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के सलाहकार असद वारसी ने शनिवार को बताया कि शहर में औसतन 300 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) गंदा पानी उत्सर्जित होता है और अलग-अलग इलाकों में बने विशेष संयंत्रों में इसके उपचार के बाद 110 एमएलडी पानी सार्वजनिक बगीचों, खेतों और निर्माण गतिविधियों में दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है.

अधिकारियों ने बताया कि गंदे पानी के प्रबंधन के सर्वश्रेष्ठ इंतजामों के चलते ही स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत इंदौर को देश के पहले ‘वॉटर प्लस’ शहर के खिताब से अगस्त में नवाजा गया था.
दरअसल, शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम घोषित हुए. जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने इंदौर को नंबर-1 शहर, 12 करोड़ का सफाई मित्र और 5 स्टार रेटिंग का अवॉर्ड दिया. जिसके बाद राष्ट्रपति ने कहा ‘इस वर्ष इंदौर शहर ने लगातार पाँचवी बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है. पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त करना तो सराहनीय है ही, उस स्थान को निरंतर बनाए रखना उससे भी अधिक प्रशंसनीय है.’
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को और तीसरा स्थान विजयवाड़ा को प्राप्त हुआ. आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया. सर्वेक्षण में वाराणसी को ‘स्वच्छ गंगा शहर’ की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए.
इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधीजी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं.
कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है जहां अब घर के छोटे बच्चे भी बड़ों को गंदगी फैलाने से रोकते और टोकते हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की है. उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए. राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की.
इंदौर के इस कीर्तिमान के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी ट्वीट कर बधाई दी है. CM शिवराज ने ट्वीट कर कहा- ”अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से इंदौर अद्भुत है,गजब है. धन्य है इंदौर की जनता,इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम, जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा. बधाई जनप्रतिनिधियों को,सांसद,विधायक, प्रशासन,स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को. बधाई इंदौर..”
एक अन्य ट्वीट में CM ने कहा- प्रदेश के शहरी विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह राव जी को बहुत-बहुत बधाई. मेरा मन आनंद से भरा है, ये इंदौर है जो निरंतर स्वच्छता के विभिन्न मानकों पर नंबर वन आ रहा है. ये इंदौर की जनता की इच्छाशक्ति का परिणाम है, जो अपने शहर को अपने घरों की तरह स्वच्छ रखने का संकल्प लिए हुए है.
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देश में स्वच्छता सिर्फ अभियान या कार्यक्रम ही नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. प्रदेश को 31 पुरस्कार प्राप्त होने पर मैं प्रधानमंत्री जी का मध्यप्रदेश की 8.50 करोड़ जनता की तरफ से आभार प्रकट करता हूं.