जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के किश्तवाड़ (Kistwar) जिले के एक गांव में बादल फटने से लगभग 40 लोग लापता हो गए हैं, जबकि अब तक सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. किश्तवाड़ जिले के होनजर इलाके में सुबह लगभग 4:20 के करीब बादल फटने से छह घर और एक राशन डिपो उसकी चपेट में आ गए.
हादसे की सूचना मिलते ही SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है. भारतीय सेना ने किश्तवाड़ में बचाव अभियान के लिए कैप्टन विवेक चौहान के नेतृत्व में 22 सदस्यीय दल भेजा है. रेस्क्यू टीम हादसे के बाद से गायब लोगों की तलाश में जुटी है. होनजर सुदूर इलाका है, इसलिए राहत टीम को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर्स से भी मदद ली जा रही है. भारी बारिश की वजह से नेटवर्क की समस्या के कारण लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हो चुका है.
किश्तवाड़ (Kishtwar) के एसएसपी शफकत भट ने बताया कि सात शव बरामद कर लिए गए हैं. हादसे के बाद से कई लोग लापता हैं, जिनकी संख्या 40 के आसपास बताई जा रही है. उन्होंने कहा कि लापता लोगों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लापता लोगों के मारे जाने की आशंका है.
बता दें कि जम्मू में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। जुलाई माह के अंत तक और अधिक बारिश होने का अनुमान है जिसके चलते किश्तवार के अधिकारियों ने जलाशयों के निकट रहने वाले और फिसलन वाले क्षेत्रों के लोगों से सतर्क रहने को कहा है। जिला प्रशासन ने मंगलवार रात को जारी एक परामर्श में कहा कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में भारी बारिश हो सकती है जिससे नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ सकता है और उनके निकट रहने वाले लोगों के लिए खतरा हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल में भी फटा बादल, 10 लापता
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति (Lahaul Spiti) में भी बादल फटने की घटना सामने आई है. राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि लाहौल-स्पीति में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिसकी वजह से 10 लोग लापता हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गई है. हिमाचल पुलिस और आईटीबीपी की टीमों को लापता लोगों की तलाश के लिए भेजा गया था, लेकिन पानी के तेज बहाव की वजह से मंगलवार रात रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आई. आज सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.