राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या से जुड़े चार आरोपियों को आज जयपुर एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान आरोपियों के साथ लोगों की भीड़ ने मारपीट कर दी. वहीं सुनवाई के बाद कोर्ट ने चारों आरोपियों को 12 जुलाई तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है. अब दस दिन तक एनआईए की टीम चारों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करेगी.
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को जब एनआईए कोर्ट में पेशी के बाद वापस लेकर जा रही थी, उस समय कोर्ट के बाहर भीड़ अचानक आक्रामक हो गई और सभी आरोपियों की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान सुरक्षाकर्मी देखते रह गए. आरोपियों को बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था.
आरोपियों की पिटाई का वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में साफ देख सकते हैं कि जब उन्हें पुलिस की गाड़ियों में चढ़ाया जा रहा था तभी उसके पीछे लोग पुलिस की सुरक्षा के बीच उन्हें पीट रहे हैं.
एक आरोपी की गर्दन पकड़ते हुए उसे पीछे से थप्पड़ भी मारते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान पुलिस एक-एक करके उन चारों आरोपियों को गाड़ी में चढ़ाती है. वहीं, उदयपुर की घटना के विरोध में वकीलों में काफी आक्रोश नजर आया. कोर्ट परिसर में वकीलों द्वारा नारेबाजी करने के साथ ही आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की गई.
उल्लेखनीय है कि गत 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य सरकार ने विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन कर जांच शुरू की थी, लेकिन बाद में आरोपियों के तार दूसरे देशों से भी जुड़े होने के कारण इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है.
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की दुकान के अंदर दिनदहाड़े दो लोगों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी. बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में कथित रूप से सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए दो लोगों ने हत्या कर दी. इस नृशंस हत्याकांड के बाद इन आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं. वीडियो में आरोपियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी थी. इस घटना के बाद ही दोनों आरोपियों को पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था.