कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज यानी बुधवार को 14वां दिन है। मंगलवार को 13 किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ चार घंटे तक चली बातचीत में कोई हल नहीं निकल सका। अचानक हुई बैठक में किसी हल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं हो सका। इधर, शाह के साथ बैठक को ‘सकारात्मक’ बताते हुए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसान नेताओं को आज एक मसौदा देगी, जिस पर हम किसानों के साथ चर्चा करेंगे। टिकैत ने कहा, “मैं कहूंगा कि बैठक सकारात्मक थी। सरकार ने हमारी मांगों पर संज्ञान लिया है और कल हमें एक मसौदा दिया जाएगा, जिस पर हम विचार-विमर्श करेंगे।”
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कार्यकर्ता गुरशरण सिंह ने कहा”हमने पंजाब के अधिक से अधिक लोगों को आंदोलन में शामिल होने और इसे और मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू किया है। हम स्थानीय युवाओं और हमारे प्रवासी भारतीयों की मदद से ऐसा कर रहे हैं। “
-पंजाब के शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता आज केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे किसानों को दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पेट्रोल पंप पर मुफ्त डीजल मुहैया करा रहे हैं।
A Shiromani Akali Dal (SAD) worker Gursharan Singh says, “We have started this to encourage more and more people of Punjab to join the agitation and further strengthen it. We are doing this with the help of the local youth and our NRI friends.”
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए मसौदे पर एक बैठक करेंगे। वह बैठक (सरकार के साथ 6 वें दौर की वार्ता) रद्द कर दी गई है। ड्राफ्ट पर चर्चा की जाएगी और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। हमें उम्मीद है कि आज शाम 4-5 बजे तक चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
We’ll hold a meeting over the draft that will be sent by Centre. That meeting (6th round of talks with Govt) is cancelled. Draft will be discussed & further course of action will be decided. We hope things will be clear by 4-5 pm today: Rakesh Tikait, Spox, Bharatiya Kisan Union
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर दोपहर 12 बजे किसान संगठनों की बैठक होगी.. किसान नेता हनन मुल्ला ने कहा है कि कृषि कानूनों को निरस्त करना होगा और इसके अलावा बीच का कोई रास्ता नहीं है।