पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी की ओर से प्रियंका टिबरेवाल (Priyanka Tibriwal) मैदान में उतरेंगी. बता दें इस सीट से पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं.
भवानीपुर (Bhawanipur) में 30 सितंबर को मतदान होना है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आसानी से ममता बनर्जी को जीत नहीं देना चाहती है. बीजेपी ने इसलिए महिला उम्मीदवार को यहां उतारा और अपने कई बड़े नेताओं को चुनावी क्षेत्र की ज़िम्मेदारी भी दी. प्रियंका टिबरीवाल यहां ममता को टक्कर देंगी.
कौन हैं प्रियंका टिबरीवाल?
7 जुलाई 1981 को जन्मीं प्रियंका टिबरीवाल ने कोलकाता के वेलैंड गॉलस्मिथ स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. उन्होंने दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई की और हजारा लॉ कॉलेज, कोलकाता विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने थाईलैंड के मान्यता विश्वविद्यालय से एचआर में एमबीए भी किया है.
बता दें कि प्रियंका टिबरीवाल अगस्त 2014 में भाजपा में शामिल हुईं थी. इससे पहले उन्होंने बाबुल सुप्रियो के लिए कानूनी सलाहकार के रूप में काम किया. उनकी मदद से ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. 2015 में, उन्होंने कोलकाता के नगरपालिका चुनाव में वार्ड 58 से चुनाव लड़ा, जिसमें वह टीएमसी उम्मीदवार से हार गईं.
भवानीपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार 41 वर्षीय प्रियंका टिबरेवाल हैं, जो पेशे से वकील हैं. प्रियंका सुप्रीम कोर्ट और कलकत्ता हाईकोर्ट में में वकालत करती हैं. भारतीय जनता पार्टी में वह युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने बंगाल में काफी बवाल किया था. कलकत्ता हाईकोर्ट में जब भारतीय जनता पार्टी की ओर से बंगाल हिंसा का मुद्दा उठाया गया, तब प्रियंका टिबरेवाल ही उसमें याचिकाकर्ता थीं.
इसी याचिका के बाद कोर्ट ने बंगाल पुलिस को हिंसा से जुड़े मामलों में केस दर्ज करने का आदेश दिया था. प्रियंका टिबरेवाल की याचिका पर ही हाईकोर्ट की ओर से बीजेपी नेता अभिजीत सरकार का दोबारा पोस्टमॉर्टम करने का आदेश दिया गया था, जिनकी हिंसा के दौरान हत्या हो गई थी.