लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. इसमें 14 आरोपी हैं. केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया है. चार्जशीट में वीरेंद्र शुक्ला का नाम भी जोड़ा गया है.
बताया जा रहा है कि वीरेन्द्र शुक्ला पर धारा 201 लगाई गई है. पुलिस के मुताबिक, वीरेंद्र शुक्ला पर सबूत छिपाने के आरोप लगे हैं. यह जानकारी अभियोजन पक्ष के वकील ने एसपी यादव ने दी. लखीमपुर हिंसा मामले में पहले 13 अभियुक्त आरोपी बनाए गए थे जो अब बढ़कर 14 हो गए है. वीरेंद्र शुक्ला केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का रिश्तेदार है.
बता दें कि तिकुनिया कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का बेटा आशीष मिश्र मोनू समेत 13 आरोपी जिला कारागार में बंद है. हिंसा के मामले में एसआईटी ने 5000 पन्नों की चार्जशीट में वीरेंद्र शुक्ला का नाम जोड़ा है. वीरेंद्र शुक्ला पर आरोप है कि वो घटनास्थल पर मौजूद था. हिंसा वाले दिन आशीष मिश्रा की थार के पीछे वीरेंद्र शुक्ला की एक स्कॉर्पियो भी चल रही थी. वीरेंद्र शुक्ला ने स्कॉर्पियो छिपा दिया था. उसने गाड़ी के मौके पर नहीं होने की बात कही थी.
3 अक्टूबर को हुई थी हिंसा
लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई थी. आशीष मिश्रा व उसके साथियों पर आरोप है कि वह फायरिंग करते हुए किसानों को अपनी गाड़ी से रौंदते हुए निकल गया. इसमें चार की मौत और कई गंभीर घायल हो गये. इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ था. इसके बाद 4 अक्टूबर को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा समेत कई अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. बाद में लखीमपुर खीरी में मारे गए चार किसानों के परिवारों को 45-45 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया गया. किसान यूनियन और सरकार के बीच समझौते का ऐलान हुआ था. अब लखीमपुर मामले में एसआईटी ने 5,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है.