नागपुर में बड़े आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि आतंकी संगठन शहर में आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसमें जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आ रहा है।
उन्होंने बताया कि बीते दिन हमें सूचना मिली कि जैश-ए-मोहम्मद के कुछ आतंकियों ने नागपुर में कुछ स्थानों की रेकी की। हमने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। इसकी जांच अपराध शाखा कर रही है। हमने सभी स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। आतंकियों की रेकी के बाद नागपुर में आतंकी हमले का खतरा बढ़ गया है।
पुलिस के मुताबिक, संदिग्धों ने नागपुर के कई नामचीन इलाकों की फोटो ली हैं और उनका वीडियो भी बनाया है। इसके मद्देनजर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। नाकाबंदी कर दी गई है। बाहर से आने वाले हर शख्स की जांच की जा रही है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस जानकारी के बाद सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। सभी प्रमुख स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ फिर मुंबई व देश के अन्य शहरों में आतंकी हमले की साजिश रच रही है। इस बार लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के बजाय उसकी तैयारी विदेश में बसे खालिस्तानी आतंकियों के इस्तेमाल की है।
इससे पहले पिछले साल अक्तूबर में संघ नेताओं पर आतंकी हमले की साजिश की बात सामने आई थी। उस वक्त बताया गया था कि हमले के लिए आतंकी आईईडी या विस्फोटकों से लदी गाड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। उस दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो दिल्ली के मुताबिक, महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्यों के नेताओं को निशाना बनाया गया था।