महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) की ओर से सुपरमार्केट और किराने की दुकान में शराब की बिक्री की अनुमति मिलने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने तर्क देते हुए कहा अगर शराब की बिक्री बढ़ती है, तो किसानों को इसका लाभ मिलेगा। हमने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए ऐसा किया है। भाजपा केवल विरोध करती है लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं करती है।
भाजपा की किसानों से दुश्मनी : राउत
शिवसेना सांसद राउत ने मुंबई में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वाइन उद्योग काफी हद तक अंगूर, चीकू, अमरूद और अनाजों पर निर्भर है। किसान जो फल और अनाज उपजाते हैं, उनसे वाइन बनती है। यह निर्णय किसानों के हित में लिया है। किसानों के हित में साहसी फैसले करने पड़ते हैं। जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे किसानों के दुश्मन हैं।
फडणवीस ने कहा था- महाराष्ट्र है या मद्य राष्ट्र
हालांकि, भाजपा ने इस फैसले की निंदा की है और आरोप लगाया है कि राज्य सरकार शराब के सेवन को बढ़ावा दे रही है। पार्टी का कहना है कि पेट्रोल-डीजल सस्ता करने की बजाए राज्य सरकार शराब बिक्री की सुविधाएं दे रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हम महाराष्ट्र को मद्य-राष्ट्र नहीं बनने देंगे।” उन्होंने कहा, “शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार ने महामारी के दो साल के दौरान लोगों की मदद नहीं की, लेकिन इसकी प्राथमिकता शराब की बिक्री को बढ़ावा देना है।” पेट्रोल और डीजल महंगा है और शराब सस्ती हो रही है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने निर्णय लिया है कि अब राज्य के किराना स्टोर और सुपर मार्केट में भी शराब की बिक्री की इजाजत होगी। यह फैसला शराब की बिक्री से होने वाले राजस्व को बढ़ाने के लिए लिया गया है। सरकार के इस फैसले का विपक्षी भाजपा पुरजोर विरोध कर रही है।
गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि सरकार 1000 वर्ग फुट से अधिक के सुपरमार्केट और किराना दुकानों में अलग काउंटर बनाकर शराब की बिक्री की अनुमति देगी। इस पर राकांपा प्रवक्ता और राज्य सरकार में मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि राज्य में शराब बनाने की कई फैक्ट्रियां हैं राज्य सरकार ने यह फैसला शराब उत्पादकों की मदद के लिए ही लिया है।