Bulli Bai ऐप से जुड़े मामले में जुटी दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने असम से एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. स्पेशल सेल ने जानकारी दी है कि यह कार्रवाई इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटीजिक ऑपरेशन्स यूनिट (IFSO) ने की है. पुलिस आरोपी को लेकर दोपहर 3.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच रही है. खबर है कि इस ऐप में आरोपी मुस्लिम महिलाओं को अपमानजनक तरीके से दिखा रहे थे.
IFSO की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस बीस वर्षीय आरोपी का नाम नीरज बिश्नोई है. नीरज असम के जोरहाट में दिगंबर इलाके का रहने वाला है. इतना ही नहीं वह वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है.
IFSO के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया, ‘दिल्ली पुलिस की विशेष सेल IFSO ने असम से बुल्ली बाई ऐप के मुख्य साजिशकर्ता नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया है. इसने ही गिटहब पर यह ऐप बनाई थी और यही ऐप के ट्विटर अकाउंट का मेन होल्डर था. उसे दिल्ली लाया जा रहा है.’
बता दें कि नीरज बिश्नोई को मिलाकर अब तक इस मामले में कुल 4 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इस मामले में अब तक विशाल कुमार, श्वेता सिंह और मयंक रावत को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, मामले में दिल्ली पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है.
मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा कि ‘बुल्ली बाई’ ऐप के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा था.
पुलिस ने यह भी दावा किया कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने अपने ट्विटर हैंडल में सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल किया था, जिससे कि लोगों को गुमराह किया जा सके और आरोपियों की पहचान न हो पाए.
क्या है बुली बाई ऐप?
बता दें कि इस ऐप को गिटहब नाम के प्लेटफार्म पर बनाया गया है. ऐप पर एक समुदाय विशेष की महिलाओं की बोली लगाई जा रही थी. इस दौरान महिलाओं का चेहरा दिखाई देता है, जिसे बुल्ली बाई नाम दिया है. इसमें इंटरनेट मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले महिलाओं को टारगेट किया जाता है. समुदाय विशेष की इन महिलाओं की फोटो को प्राइसटैग के साथ बुली बाई ऐप में लोग एक-दूसरे को साझा करते थे. केंद्र सरकार के कहने पर इस ऐप को हटा दिया गया है.