देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के आवास में एक अज्ञात व्यक्ति ने घुसने की कोशिश की है. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उसे रोककर हिरासत में ले लिया. मामले में जांच शुरू कर दी गई है. इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के सूत्र ने दी.
दिल्ली पुलिस ने बताया, प्राथमिक जांच के मुताबिक वह मानसिक रूप से बीमार लग रहा है और किराए की कार चला रहा था. आरोपी शख्स इसी कार में बैठकर आवास में घुसने की कोशिश कर रहा था. उसकी जांच दिल्ली पुलिस का स्पेशल सेल करेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूछताछ में शख्स ने दावा किया कि किसी ने उसके शरीर में चिप लगा दी है और उसे कंट्रोल किया जा रहा है. लेकिन पुलिस ने कहा कि ऐसा नहीं है. शुरुआती जांच में लग रहा है कि वह मानसिक रूप से बीमार है. पुलिस के मुताबिक पकड़े जाने पर शख्स कुछ बड़बड़ा भी रहा था.
रिपोर्ट्स के अनुसार, वह कर्नाटक के बेंगलुरू का रहने वाला है. उसका नाम शांतनु रेड्डी बताया गया है. वह नोएडा से रेड कलर की SUV कार किराए पर लेकर डोभाल के घर पहुंचा था. कार को अंदर घुसाने की कोशिश के दौरान ही ही रेड्डी को पकड़ लिया गया. उससे पुलिस की एंटी टेरर यूनिट और स्पेशल सेल पूछताछ कर रही हैं. उसे हिरासत में लेकर लोधी कॉलोनी के स्पेशल सेल के दफ्तर में लाया गया और यहीं पूछताछ हो रही है.
आतंकियों के निशाने पर रहते हैं डोभाल
एनएसए अजीत डोभाल को भारत का जेम्स बॉन्ड भी कहा जाता है. वह पाकिस्तान और चीन की आंखों की किरकिरी बने रहे हैं. वह हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहते हैं. NSA अजीत डोभाल की सुरक्षा CISF करती है. उनको गृह मंत्रालय की तरफ से Z+ कैटेगिरी की सुरक्षा मिली हुई है.
जानकारी के मुताबिक बीते साल फरवरी महीने में जैश के आतंकी के पास से डोभाल के दफ्तर की रेकी किए जाने का वीडियो बरामद हुआ था. ये वीडियो उसने पाकिस्तान में अपने हैंडलर को भेजा था. जिसके बाद डोभाल की सुरक्षा और ज्यादा बढ़ाई गई.
कई बड़े ऑपरेशंस में अहम भूमिका निभाई
एनएसए अजीत डोभाल का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था. वह केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. साल 1972 में वह भारत की खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े. उन्होंने खुफिया एजेंट के तौर पर कई बड़े ऑपरेशंस को सफलतापूर्वक पूरा किया. ऐसा कहते हैं कि वह जासूस बनकर कई साल तक पाकिस्तान में भी रहे हैं. इसके अलावा ऑपरेशन ब्लू स्टार और ऑपरेशन ब्लू थंडर में वह अहम भूमिका निभा चुके हैं.
डोभाल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करीबी बताया जाता है.14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से बदला लेने का प्लान बनाने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NSA अजीत डोभाल को ही दी थी. इसके बाद 26 फरवरी, 2019 को रात के तकरीबन तीन बजे भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पार करके बालाकोट जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था.