मोहित कंबोज ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का एक मंत्री जो डांस बार चलाता था, वेश्यावृत्ति करवाता था, जिसका अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन है। उसे सरकार में रहने का कोई हक नहीं है। मेरी राज्य के मुख्यमंत्री से गुजारिश है कि तत्काल नवाब मलिक को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए।
मुंबई: महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक(Nawab Malik) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। फिलहाल उन्हें ईडी(ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग(Money Laundering) के मामले में तीन मार्च तक अपनी हिरासत में लिया है। अब बीजेपी(BJP) के नेता मोहित कंबोज(Mohit Kamboj Bharatiya) ने उनके ऊपर डांस बार और सेक्स रैकेट चलाने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। मोहित कंबोज ने आरोप लगाया कि जिस जमीन को लेकर यह पूरा बखेड़ा खड़ा हुआ है। उसी जमीन पर नवाब मलिक पहले एक डांस बार चलाते थे। उस डांस बार में वह बांग्लादेशी लड़कियों को मंगवाते थे और जबरन उनसे वेश्यावृत्ति करवाते थे। मोहित ने कहा कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि नवाब मलिक लड़कियों से जबरन यह काम करवाते थे। इस बारे में उन्होंने एक स्टिंग ऑपरेशन भी किया हुआ है। कंबोज ने कहा कि आने वाले दिनों में वे यह सारे सबूत जांच एजेंसियों को सौंपेंगे।
नवाब मलिक सेक्स रैकेट चलाने का आरोप
Mohit Kamboj Bharatiya ने कहा कि यह जानकर महाराष्ट्र की जनता को भी हैरानी होगी कि जिस मंत्री को उन्होंने चुनकर विधानसभा में भेजा। वो मुंबई में एक डांस बार चलाता था। इतना ही नहीं बांग्लादेश से लड़कियों को लाकर उन्हें जबरन वेश्यावृति के धंधे में धकेला जाता था। कंबोज ने यह दावा किया है कि उन्होंने ऐसी कई लड़कियों का स्टिंग ऑपरेशन किया है। जिसमें उन लड़कियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनसे नवाब मलिक जबरदस्ती यह काम करवाते थे।
कुर्ला में मलिक से डरते हैं लोग
मोहित ने आरोप लगाया कि नवाब मलिक महाराष्ट्र के मंत्री हैं और उनका अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन भी है। ऐसे हालात में कुर्ला इलाके के लोग उनके खिलाफ में कुछ भी बोलने से डरते हैं। जो आरोप मैंने मियां नवाब मलिक पर लगाए हैं। उनके बारे में खुद हाजी अराफात शेख भी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुके हैं।
क्या है मामला
नवाब मलिक को कुर्ला की तीन एकड़ जमीन को खरीदने की वजह से अदालत ने उन्हें 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। मलिक पर यह आरोप है कि उन्होंने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर से जमीन खरीदी है। उन्होंने यह जमीन 55 लाख रुपये में खरीदी थी। जिसमें पांच लाख रुपये चेक से दिए गए थे और 50 लाख रुपये कैश। आरोप यह भी है कि मलिक की तरफ से भुगतान किए गए पैसों का इस्तेमाल टेरर फंडिंग के लिए किया गया है। यह जमीन हसीना पारकर ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए मूल मालिक मुनीरा प्लंबर से हथिया ली थी।