मुंबई में स्थित एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) पिछले कुछ समय से कोरोना का ‘हॉट स्पाट’ बनी हुई थी. लेकिन धारावी में 4T मॉडल के तहत तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण का लगाम लगाने में सफलता मिली. ऐसा पहली बार है जब 25 दिसंबर को धारावी इलाके में एक भी कोरोना का केस नहीं मिला. इस खबर ने सभी के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है.
1 अप्रैल को धारावी (Dharavi) में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. उस वक्त इस खबर ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया था. धारावी की जनसंख्या को देखते हुए सभी राजनेता चिंतित थे और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रयास कर रहे थे. धीरे-धीरे ये आंकड़ा बढ़ता गया और धारावी में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 3788 तक पहुंच गई. अब इसमें से सिर्फ 12 केस एक्टिव हैं, जिसमें से 8 लोग होम क्वारंटीन हैं जबकि 4 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
धारावी में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए ‘4-T मॉडल’ अपनाया गया (ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग). जिसकी प्रशंसा WHO कर चुका है. अब पहली बार धारावी में नए संक्रमित मरीजों का आंकड़ा जीरो पर रहा है.