राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने दावा किया कि बॉलीवुड में सबसे बड़ा योगदान मुस्लिम समुदाय का रहा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। शरद पवार ने कहा कि अल्पसंख्यकों और उर्दू भाषा ने देश के सभी क्षेत्रों में योगदान दिया है।
पवार ने कहा, ”आज सभी क्षेत्रों में चाहे कला हो, लेखन हो या कविता हो, सबसे ज्यादा योगदान अल्पसंख्यकों का है और उर्दू भाषा से आया है। बॉलीवुड को शीर्ष पर ले जाने में मुस्लिम अल्पसंख्यकों का सबसे ज्यादा योगदान है।” पवार ने आगे कहा, “हमारे सामने बॉलीवुड है। जिन्होंने इसे शीर्ष पर ले जाने में सबसे अधिक योगदान दिया है, वे मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं और हम उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।”
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को नागपुर में विदर्भ मुस्लिम बौद्धिक मंच द्वारा आयोजित ‘भारतीय मुसलमानों से पहले के मुद्दे’ नामक एक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुस्लिमों को लेकर शरद पवार ने कहा कि, “मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को लगता है कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा होने के बावजूद उन्हें उनका उचित हिस्सा नहीं मिल रहा है. जो वास्तव में एक वास्तविकता है, इस पर विचार-विमर्श किया जाना चाहिए कि उन्हें उनका उचित हिस्सा कैसे मिल सकता है.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “हमें उर्दू स्कूलों और शिक्षा पर विचार करना चाहिए, लेकिन उर्दू के साथ-साथ हमें एक राज्य की मुख्य भाषा के बारे में भी विचार करना होगा.”
इसके अलावा एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि देश में सभी समुदायों में बेरोजगारी एक मुद्दा है. हालांकि अल्पसंख्यकों द्वारा इस मोर्चे पर की गई शिकायतें वास्तविक हैं और इस पर गौर किए जाने की जरूरत है. मुस्लिम समुदाय उर्दू के माध्यम से कला, कविता और लेखन के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दे सकता है.