हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ जारी है. बुधवार को पूछताछ का तीसरा दिन है. राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह करीब 11 बजकर 35 मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे. उनसे पूछताछ के विरोध में पार्टी नेता और कार्यकर्ता आज भी सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कई महिला कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गईं, पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है।
दिल्ली में राहुल गांधी से ED की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं का उग्र प्रदर्शन शुरू हो गया है. वहीं, कांग्रेस कार्यालय में पुलिस की एंट्री पर कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर अपना गुस्सा दिखाया।
पूरे मामले पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं ली थी। कांग्रेस को इस बारे में सूचित किया गया था कि धारा 144 लगाई गई है, इसके बाद भी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।
इससे पहले 13 जून को 10 घंटे और फिर 14 जून को करीब 11 घंटे तक उनसे सवाल-जवाब किए गए थे। इस दौरान कांग्रेस नेता और कार्यकताओं का प्रदर्शन चलता रहा। कांग्रेस ने बीजेपी पर ‘झूठे’ केस के जरिए गांधी परिवार को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा ये सरकार अपराधी है, अगर ये अपराधी न होते तो प्रजातंत्र की धज्जियां नहीं उड़ाते। प्रशासन को कुछ कहते हैं तो ये बोलते है कि हमें ऊपर से निर्देश दिए गए हैं, यानि इन्हें मोदी-शाह ने निर्देश दिया है। हिंदुस्तान में ऐसी बर्बरता पहले नहीं देखी गई।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें अपने ही पार्टी मुख्यालय जाने से रोका जा रहा है। मेरे सरकारी आवासीय परिसर को बैरिकेड्स लगाकर सील कर दिया गया है। यह राजनीतिक बदले की ओर इशारा करता है।
ये 8 साल का काला अध्याय है – अशोक गहलोत
ये 8 साल का काला अध्याय है, इतिहास में इस 8 साल को अगर देखा जाएगा तो ये काला अध्याय के रूप मे देखा जाएगा क्योंकि इसमें संवैधानिक धज्जियां उड़ रही है, लोकतंत्र खतरे में हैं और पूरे देशवासी बहुत दुखी हैं और तनाव में हैं.
केंद्र सरकार की नाकामियों को राहुल ने किया उजागर – भूपेश बघेल
पहली बार किसी पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के कार्यालय नहीं जा सकते है और ये स्थिति बनी क्यों… क्योंकि पिछले 8 वर्ष से देश में जो हो रहा है, उसे एक व्यक्ति लगातार केंद्र सरकार की नाकामियों को सबके सामने रख रहा है वो है राहुल गांधी। हमसे कहा गया कि केवल दो मुख्यमंत्री ही आ सकते हैं और लोग नहीं आ सकते हैं। किस प्रकार से हम पार्टी कार्यालय में पहुंचे…ऐसी स्थिति पहले नहीं हुई थी। पूरे देश में जो हालात है वो सबके सामने हैं।
तीन दिन से हमलोग दिल्ली में है और पहले दिन 200 लोगों को अनुमति दी गई। कल कुछ नेताओं को अनुमति दी गई और आज तो हद हो गई कि हम अपने स्टाफ को भी नहीं ला सकते हैं। लेकिन उन्हें ये बहुत महंगा पड़ेगा। आप कार्यकर्ता-नेता को कार्यालय में आने से प्रतिबंध लगाा रहे हैं। आप किसी को एक सीमा तक दबा सकते हैं उससे ऊपर नहीं। पूरा देश इस घटना को बेहद करीब से देख रहा है। देश के हर मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया है और इसलिए इन्हें परेशान किया जा रहा है। इनका (भाजपा) का जो राष्ट्रवाद है वो आयातित राष्ट्रवाद है। उस राष्ट्रवाद में जो भी विरोध में हो उसे दबा दिया जाए और कुचल दिया जाए… ये होता है
मंगलवार को 4 घंटे से ज्यादा समय पूछताछ की गई
मंगलवार को पूछताछ का दूसरा दिन था। राहुल गांधी से ED अफसर ने पहले राउंड में 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की। वहीं लंच ब्रेक के बाद करीब 6 घंटे तक सवालों की सिलसिला चलता रहा। अधिक समय तक पूछताछ चलने को लेकर एजेंसी का कहना है कि राहुल के स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने में ज्यादा वक्त लग रहा है।
दो दिन का पूरा घटनाक्रम
51 वर्षीय राहुल गांधी 14 जून को मध्य दिल्ली के एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी मुख्यालय में अपनी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पहुंचे थे। उनसे सुबह 11:30 बजे से पूछताछ शुरू हुई थी। करीब 4 घंटे के बाद के बाद राहुल गांधी ने करीब 3.30 बजे एक घंटे का ब्रेक लिया और घर चले गए। वह शाम करीब 4.30 बजे फिर से पूछताछ में शामिल हुए। गांधी रात करीब 11.30 बजे ईडी मुख्यालय से निकले। इससे पहले दिन राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय में एक धरने में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ शामिल हुए। वहां राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री क्रमश: अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के सांसद भी मौजूद थे।
ईडी की कार्रवाई के खिलाफ दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश में कांग्रेस के सैकड़ों नेताओं और समर्थकों को 24, अकबर रोड और मध्य दिल्ली के आसपास पार्टी मुख्यालय के बाहर हिरासत में लिया गया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने मंगलवार को 15 सांसदों सहित 217 कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को धारा 144 के उल्लंघन और अनुमति न होने पर भी विरोध प्रदर्शन करने के लिए हिरासत में लिया था। हालांकि बाद में सबको छोड़ दिया गया था।