महाराष्ट्र की सियासत में ठाकरे परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब आदित्य ठाकरे खिलाफ FIR दर्ज हो सकती है. आरोप है कि उन्होंने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बच्चों का सहारा लिया. उन्हें भी प्रदर्शन का हिस्सा बनाया गया.
इस मामले का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने आदित्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की बात कही है. इस सिलसिले में मुंबई पुलिस को एक नोटिस भी दे दिया गया है.
एनसीपीसीआर ने मुंबई पुलिस को जारी एक नोटिस में कहा है कि उसे एक शिकायत मिली है जिसमें आरोप लगाया गया है कि मुंबई जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने आरे बचाओ प्रदर्शन और राजनीतिक अभियान के लिए शिवसेना की यूथ विंग ‘युवा सेना’ में नाबालिगों का इस्तेमाल किया. आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर लिंक भी साझा किया है जिसमें बच्चों को विरोध प्रदर्शन के हिस्से के रूप में हाथों में तख्तियां पकड़े हुए देखा जा सकता है.
मुंबई पुलिस को लिखे पत्र में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने शिवसेना विधायक व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को एनसीपीसीआर की रजिस्ट्रार अनु चौधरी ने एक नोटिस भेजा है. जिसमें एक निजी संगठन सह्याद्री राइट्स फोरम की शिकायत का हवाला दिया है. पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे पर इस नोटिस में ‘आरे बचाओ’ विरोध प्रदर्शन में नाबालिगों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि रविवार को आदित्य ठाकरे ने एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. आरे कॉलोनी में बनने जा रहे मेट्रो शेड के खिलाफ आदित्य ने ये प्रदर्शन किया था. उस प्रदर्शन में कुछ छोटे बच्चों को भी साथ देखा गया था. अब उसी वजह से आदित्य ठाकरे मुसीबत में फंस गए हैं. उन पर आरोप है कि एक राजनीतिक प्रदर्शन मे उन्होंने बच्चों का इस्तेमाल किया है.
अभी के लिए बाल संरक्षण आयोग ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी किया है. तीन दिन के भीतर आदित्य ठाकरे खिलाफ FIR दर्ज करने की बात कही गई है. FIR दर्ज करने के बाद पुलिस को बाल संरक्षण आयोग को एक विस्तृत रिपोर्ट भी देनी होगी. ऐसे में आदित्य की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं.