देश में सिक्कों की किल्ल्त को दूर करने के लिए भारतीय रिजव बैंक ने एक अहम ऐलान किया है. आरबीआई 12 शहरों में क्यूआर कोड कॉइन वेंडिंग मशीन के लिए पायलट प्रोक्जेट शुरू करने जा रहा है. कोई भी व्यक्ति एक क्यूआर कोड स्कैन कर और यूपीआई से पेमेंट कर कॉइन वेंडिंग मशीन से सिक्के निकाल सकेगा.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने बताया कि केंद्रीय बैंक क्यूआर आधारित वेंडिंग मशीन का पायलेट प्रोजेक्ट (Pilot Project) लॉन्च करने जा रही है. इसका उद्देश्य सिक्कों की उपलब्धता को बढ़ाना है.
12 शहरों में होगी शुरुआत
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रिजर्व बैंक शुरुआती चरण में इसे देश के 12 शहरों में शुरू करने जा रहा है. इन क्यूआर कोड बेस्ड वेंडिंग मशीनों का इस्तेमाल यूपीआई (UPI) के जरिए किया जाएगा और इनसे नोट की जगह सिक्के बाहर निकलेंगे. हालांकि, इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए किन 12 शहरों को चुना गया है इसका खुलासा नहीं किया गया है.
UPI के जरिए निकलेंगे सिक्के
आरबीआई गवर्नर के बयान के अनुसार, इन Coin Vending Machines से कोई भी ग्राहक अपने यूपीआई ऐप के जरिए मशीन के ऊपर लगे क्यूआर कोड स्कैन (QR Code Scan) करके सिक्के निकालने में सक्षम होगा. जितनी कीमत के सिक्के ग्राहक निकालेगा, उसके रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट से वो राशि डेबिट हो जाएगी. बिल्कुल आसान प्रोसेस से जिस तरह आप एटीएम पर जाकर अपने Debit Card के जरिए नोट निकालते हैं, वैसे ही इस मशीन से आप क्यूआर कोड स्कैन कर सिक्के निकाल सकेंगे. पायलट से मिले अनुभव के आधार पर इन मशीनों का उपयोग करके सिक्कों के वितरण को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे.
विदेशी यात्री भी कर सकेंगे UPI पेमेंट
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक और घोषणा में कहा कि अब भारत में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए भी UPI की सुविधा को शुरू किया जाएगा. G20 शुरू होने के साथ विदेशियों के लिए UPI सुविधा शुरू होगी. हालांकि ये सुविधा चुनिंदा एयरपोर्ट्स पर ही शुरू की जाएगी.