दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus In India) के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) पाए जाने के बाद भारत में भी स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट मोड (Omicron In India) में आ गई हैं.
गुजरात सरकार (Gujarat Government) ने कई देशों के हवाई अड्डों से सफर कर राज्य में आने वालों के लिए आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दिया है. जानकारी के मुताबिक यूरोप, ब्रिटेन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, हांगकांग से हवाई अड्डों पर उतरने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.
गुजरात द्वारा कई देशों से आ रहे लोगों की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य करने के बाद अब बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC Mumbai) ने अहम फैसला लिया है. मुंबई प्रशासन ने इस पर सख्ती बरतते हुए दक्षिण अफ्रीका से मुंबई एयपोर्ट पर पहुंचने वाले पैसेंजर्स के लिए क्वारंटाइन और जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का फैसला किया है.
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग करायी जाएगी. BMC ने वेरिएंट के संबंध में आज शाम 5:30 बजे वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है.
Every person returning from South Africa will be quarantined on arrival in Mumbai and their samples will be sent for genome sequencing: Mumbai Mayor Kishori Pednekar
मुंबई प्रशासन की तरफ से यह फैसला ऐसे वक्त पर किया गया है जब कई देशों ने कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के आने के बाद दक्षिण अफ्रीका से आ रही फ्लाइट्स पर बैन लगाने का एलान किया है. मुंबई की मेयर ने कहा- “कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर मुंबई में चिंताएं हैं. दक्षिण अफ्रीका से आ रहे लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी. विदेश जाने वाली फ्लाइट्स पर किसी तरह की रोक नहीं है. लेकिन यह फैसला पहले के अनुभवों को देखते हुए लिया गया है.”
किशोरी पेडनेकर ने कहा- “अन्य देशों में कोविड-19 का खतरा बढ़ा है. इसलिए बाहर से आ रहे लोगों का जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट कराया जाएगा. मैं हर किसी से यह अनुरोध करती हूं कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे और मास्क पहने ताकि इस नई महामारी को रोका जा सके.”
गुजरात सरकार और BMC का यह फैसला ऐसे वक्त मेंआया है जब इस नए संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड और कोविड रोधी टीकाकरण के मुद्दे पर अहम बैठक कर रहे हैं. बता दें विश्व स्वास्थ्य संगठन की समिति ने कोरोना वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है. WHO ने इसे ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया है.