प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को हरियाणा के फरीदाबाद में एशिया के सबसे बड़े निजी मल्टी-स्पेशियलिटी अमृता अस्पताल (Amrita Hospital) के विशाल परिसर का उद्घाटन किया है.
इस दौरान उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, अमृतानंदमयी मठ की प्रमुख मां अमृता, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मौजूद रहे.
आध्यात्मिक नेता माता अमृतानंदमयी देवी (Mata Amritanandamayi Devi) ने इसे स्थापित किया है, जिन्हें प्यार से अम्मा के नाम से जाना जाता है. अस्पताल का निर्माण माता अमृतानंदमयी मिशन ट्रस्ट की ओर से किया गया है हालांकि इसे निजी क्षेत्र का ही माना जाएगा. लेकिन ट्रस्ट की प्रमुख आध्यात्मिक गुरु मां अमृतानंमयी की जिस तरह से सेवा भावना वाली छवि है, उसे देखते हुए इस अस्पताल का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंदों को बेहद रियायती दर पर देने की बात भी अस्पताल से जुड़े अधिकारियों द्वारा की जा रही है. इसका स्वरूप क्या होगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा.
राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी इलाके फरीदाबाद में 130 एकड़ में बसे इस अस्पताल का निर्माण अंतिम चरण में है. अब तक इस अस्पताल में कुल 4,000 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं. 2,600 बिस्तरों वाला अस्पताल लगभग 1 करोड़ वर्ग फुट एरिया में फैला है. इसमें एक फोर स्टार होटल, एक मेडिकल कॉलेज, एक नर्सिंग कॉलेज, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान के लिए एक कॉलेज, एक पुनर्वास केंद्र, रोगियों के लिए एक हेलीपैड और कई अन्य सुविधाओं के साथ रोगियों के परिवार के लोगों के लिए 498 कमरों वाला गेस्टहाउस भी बन रहा है.
पहले चरण में अस्पताल का लक्ष्य 550 बिस्तरों को लॉन्च करना है और फिर अगले 18 महीनों में इसे 750 में अपग्रेड करना है. 2027-29 तक अस्पताल 2,600 बिस्तरों के लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करेगा.
अस्पताल प्रबंधकों के दावे पर यकीन करें, तो यह देश की नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ा और आधुनिक अस्पताल होगा. इस अस्पताल के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा, जिन्हें जरूरत पड़ने पर आधुनिक उपचार संबंधी सुविधाएं मिलेंगी.
मेडिकल निदेशक संजीव सिंह के अनुसार ट्रस्ट की ओर से पहले से ही 11 बड़े अस्पताल संचालित हैं और इनमें कोच्चि में सबसे बड़ा 1350 बेड का अस्पताल है. अब यह 2600 बेड का अस्पताल होगा.