शिवसेना सांसद संजय राउत पर शिकंज कसता जा रहा है। पहले प्रवर्तन निदेशालय ने करोड़ों की संपत्ति अटैच की तो अब एक पुराने मामले में पुलिस ने समन भेजा है। मुंबई पुलिस ने रश्मि शुक्ला फोन टैपिंग केस के मामले में संजय राउत को समन जारी किया है। ऐसे में अब संजय राउत को अब पुलिस के सामने पेश होना होगा।
बता दें कि कोलाबा पुलिस स्टेशन की ओर से संजय राउत को समन जारी किया गया है। हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि संजय राउत को कब तक पुलिस के सामने पेश होना है।
दरअसल, संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि जहां भी चुनाव हो रहे हैं, वहां कई विपक्षी नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि, हमें गोवा में हुए चुनाव को लेकर फोन टैप करने की बड़ी जानकारी मिली है।
संजय राउत ने अपने ट्वीट में आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला का जिक्र किया था। रश्मि शुक्ला पर राज्य के खुफिया विभाग (एसआईडी) का नेतृत्व करने के दौरान महाराष्ट्र के नेताओं के फोन टैप करने का आरोप लगा है। उन पर मुंबई और पुणे में केस दर्ज किया गया था।
बयान दर्ज करा चुकी हैं शुक्ला
पिछले महीने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी एवं महाराष्ट्र खुफिया विभाग की पूर्व प्रमुख रश्मि शुक्ला कथित अवैध फोन टैपिंग मामले में अपना बयान दर्ज करा चुकी हैं। पुलिस ने उनसे करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की थी। इस मामले में पुलिस ने पहले बताया था कि मामला उस समय का है जब शुक्ला महाराष्ट्र के राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की प्रमुख थीं।
संजय राउत का क्या था आरोप
ट्विटर पर साझा कि गई अपनी पोस्ट में राउत ने लिखा था कि जिस तरह से महाराष्ट्र के नेताओं के फोन टैप किए गए थे, ठीक उसी तरह अब गोवा में विपक्षी नेताओं के फोन को टैप किया गया। सुदिन धावलीकर, विजय सरदेसाई, दिगंबर कामत और गिरीश चोडानकर के फोन को टैप किया गया। पूरा देश जानना चाहता है कि इस टैपिंग के पीछे गोवा की रश्मि शुक्ला कौन है?