शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora Murder Case) में एक और हैरान कर देने वाली खबर आ रही है। इंद्राणी मुखर्जी का कहना है कि जिस बेटी की हत्या के आरोप में वे जेल में बंद हैं, वह तो जिंदा है। उन्होंने जांच एजेंसी को लिखे अपने पत्र यह दावा किया है।
इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने कहा है कि शीना बोरा जिंदा है और सीबीआई को उसे ढूंढना चाहिए। इंद्राणी का कहना है कि जेल में उसे एक महिला मिली, जिसने उसे बताया कि शीना जिंदा है और कश्मीर में है। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग भी की है। बता दें कि इंद्राणी 2015 से मुंबई की बायकुला जेल में बंद हैं.
अगर इंद्राणी की बात सच मान ली जाए तो सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि रायगढ़ के जंगल से मिले लाश के अवशेष शीना के नहीं थे, तो वो लाश किसकी थी? जिसे सीबीआई ने भी शीना बोरा के शव होने की पुष्टि की थी।
वहीं, इंद्राणी के वकील ने इस पूरी मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। इंद्राणी के वकील का कहना है कि उन्होंने यह पत्र सीधा सीबाआई को लिखा है जिस कारण उन्हें पता नहीं कि इस पत्र में किन किन बातों का कैसे जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि वो जब जेल जाएंगे तब भी इंद्राणी से इस मामले की जानकारी जुटा पाएंगे.
फारेंसिक रिपोर्ट में शीना के शव होने की हुई थी पुष्टि
रायगढ़ के जगंल में मिले लाश के अवशेष शीना बोरा के ही थे। इस बात की पुष्टि एम्स की फोरेंसिक रिपोर्ट ने भी की थी। यही रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी गई थी। फोरेंसिक रिपोर्ट ने इस बात की तस्दीक कर दी थी कि रायगढ़ के जंगल में मिले शव के अवशेष शीना बोरा के ही थे।
बता दें, मुंबई पुलिस अवैध हथियारों की तलाशी कर रही थी तब योग से उसके हाथ Sheena Bora Murder case पड़ गया था। बाद में सीबीआई ने भी केस की जांच की। मुंबई पुलिस की अब तक की जांच के मुताबिक 2012 में शीना बोरा का कथित तौर पर अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
जानिए क्या है Sheena Bora Murder case
24 वर्षीय शीना बोरा, इंद्राणी मुखर्जी की पहली शादी से हुई बेटी थी। इंद्राणी मुखर्जी ने कथित तौर पर अपनी शादी को गुप्त रखा था। शीना बोरा की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या की गई थी और उनका शव एक गड्ढे में मिला था। पुलिस जांच के मुताबिक, 24 अप्रैल 2012 को शीना बोरा ने अपनी कंपनी से छुट्टी ली और लापता हो गई। बाद में सामने आया कि उसने इस्तीफा दे दिया। उसके परिवार वालों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
इसके बाद 23 मई 2012 को महाराष्ट्र पुलिस को रायगढ़ जिले में एक क्षत-विक्षत शव मिला। 25 अगस्त 2015 यानि करीब तीन साल बाद पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार किया। अगले ही दिन इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना को भी कोलकाता में गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले पुलिस ने अवैध हथियार मामले में चालक श्यामवर राय को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को शीना बोरा के लापता होने की बात बताई। बाद में राय ने हत्या करने और उसके शरीर को ठिकाने लगाने की बात कबूल की। इंद्राणी मुखर्जी ने भी हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार की थी।
20 मार्च 2020 को पीटर मुखर्जी को जमानत मिली और चार साल सलाखों के पीछे बिताने के बाद जेल से बाहर आ गए। 24 जुलाई 2021 को सीबीआई की विशेष अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी की याचिका खारिज कर दी और कहा कि उसने शीना बोरा के अपहरण, हत्या और शव को ठिकाने लगाने में सक्रिय भूमिका निभाई है। 17 अगस्त 2021 को सीबीआई ने हत्या के मामले में आगे की जांच बंद कर दी। चालक श्यामवर राय मामले में सरकारी गवाह बना।